शहद से संवार रहे हैं सैकड़ों जिंदगी, पीएम मोदी भी कर चुके हैं तारीफ
कृषि बिल को लेकर एक तरफ दिल्ली में कोहराम मचा हुआ है तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दो भाई मधुमक्खी पालन कर न सिर्फ अपनी आय दोगुनी कर रहे हैं बल्कि दूसरों को भी रोजगार दे रहे हैं।
दोनों हनी की अलग-अलग किस्म का उत्पादन कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान चंद रूपये से शुरु हुआ बिजनेस अब लाखों तक पहुंच गया है। आलम ये है उत्पादन के साथ ही दोनों भाइयों हनी बिजनेस मार्केट में छा गया है।
पीएम मोदी भी कर चुके हैं तारीफ-
वाराणसी के नारायणपुर गांव के रहने वाले मोहित आनंद पाठक और रोहित आनंद पाठक उस समय सुर्ख़ियों में आये थे, ज़ब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी तारीफ करते हुए ट्वीट किया था। दरअसल दोनों भाई मधुमक्खी पालन के साथ मोती की भी खेती करते हैं।
प्रधानमंत्री ने दोनों के यूनिक आइडिया से बेहद प्रभावित हुए थे। मोती की खेती के अलावा दोनों भाई अब आधुनिक तरीके से मधुमक्खी पालन कर रहे हैं। दोनों भाइयों ने लॉकडाउन के दौरान सिर्फ पचास बॉक्स से अपना सफर किया था। धीरे-धीरे अब उनके बिजनेस ने रफ्तार पकड़ लिया।
ग्रामीणों की संवार रहे हैं जिंदगी-
बीएचयू से पढ़ाई पूरी करने के बाद दोनों भाई दिल्ली में मालती नेशनल कम्पनी में काम करते थे। लेकिन नौकरी में मन नहीं लगा। कुछ अलग करने की चाहत इन्हें गांव की ओर खींच लाई। इसके बाद दोनों ने स्वरोजगार शुरु किया।
मोती की खेती के अलावा दोनों ने मधुमक्खी पालन शुरु किया। दोनों ने बकायदा ट्रेनिंग ली। इसके बाद छोटे पैमाने पर मधुमक्खी पालन शुरु किया। धीरे-धीरे अब उनका बिजनेस व्यापक रूप ले चुका है। दोनों शहद की दस अलग-अलग किस्मों का उत्पादन कर रहे हैं। उनका हनी ब्रांड मार्केट में आते ही छा गया है।
मोहित आनंद बताते हैं की शुद्धता ही हमारे ब्रांड की पहचान है। शहद में किसी तरह की मिलावट नहीं होती। मोहित बताते हैं कि आज ग्राहकों के सामने शुद्ध हनी की पहचान करना सबसे बड़ी चुनौती है। ग्राहकों की इसी जरूरत को हमारी संस्था ने समझा है।
मार्केट में आते ही छा गया हनी-
दोनों भाई नीम, सरसो, यूके लिपटस, लीची के साथ कई तरह के टेस्ट वाली शहद तैयार कर रहे हैं। खास किस्म की इन शहद का मार्केट में भारी डिमांड आ रही है। ग्राहकों की मांग को देखते हुए दोनों ने शहद के उत्पादन को बढ़ाने पर जोर दिया है।
फिलहाल प्रति माह 8-10 क्विंटल का उत्पादन हो रहा है। रोहित आनंद पाठक के मुताबिक आने वाले कुछ महीनों में हमने प्रति माह 20 क्विंटल उत्पादन का लक्ष्य रखा है। ग्राहकों को ऑनलाइन के अलावा बड़े-बड़े स्टोर पर भी शहद मिल सकेगी।
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