मुस्लिम महिलाओं को हिंदू धर्म स्वीकार करने पर दिलाएंगे न्याय : हिंदू महासभा
देश में तीन तलाक का मुद्दा जिस तरह से चारों तरफ बुलंद हो रहा है उससे साफ जाहिर होता है कि अब मुस्लिम महिलाएं भी खुलकर सामने आ गई हैं। जिससे मुस्लिम धर्मगुरुओं को सोचना चाहिए कि अब इस तीन तलाक के मुद्दे पर अपनी मंशा साफ कर देनी चाहिए। क्योंकि जब घर की दीवारों में दरार पड़ना शुरू हो जाती है तो उस घर को खड़ा रखना मुश्किल हो जाता है।
बता दें कि तीन तलाक के मुद्दे पर हिंदू महासभा की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि मुस्लिम महिलाएं हिंदू घर्म स्वीकार करें उनको न्याय मिलेगा। हिंदू महासभा की महासचिव डॉ. पूजा शकुन पांडे ने आगरा में ये बयान दिया है। मालूम हो कि मुस्लिम नारी उत्थान यज्ञ में शामिल डॉ. पांडे ने कहा कि अगर हमारी सरकार और कानून आपको न्याय नहीं दिला सकती तो हम आप को न्याय दिलाएंगे।
इस मौके पर उपस्थित हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं ने तीन तलाक से लड़ने की शपथ ली। उन्होंने कहा कि हिन्दू महासभा ऐसी सभी महिलाओं को अपनी बेटियों के रूप में मानती है और उनसे आत्म सम्मान रक्षा करेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसी महिलाओं की शादी का आयोजन भी महासभा की ओर से किया जाएगा ओर हम लोग कन्यादान करेंगे।
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इससे मुस्लिम महिलाओं को एक सुरक्षित जीवन मिलेगा। डॉ. पांडेय के बयान से अखिल भारतीय मुस्लिम महिला बोर्ड की अध्य़क्ष शेरिन मसरुर ने असहमति जताते हुए कहा कि शादी के लिए धर्मांतरण सही नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि वास्तव में आप कुछ करना चाहते हैं, तो मुस्लिम महिलाओं को शिक्षित करना, उनके मनोबल को बढ़ावा देना चाहिए और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करना चाहिए।
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इससे तीन तलाक के मुद्दे का समाधान हो सकता है। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता मारिया आलम ने कहा कि पहले हिन्दू धर्म में दहेज, स्त्री भेदभाव और महिलाओं के शारीरिक उत्पीड़न को समाप्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम तीन तलाक के खिलाफ लड़ रहे हैं और जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता तब तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
एक तरफ देश में तीन तलाक को लेकर बहस का दौर जारी है तो, दूसरी ओर मुस्लिम महिलाओं की ओर से विरोध के स्वर तेजी से मुखर हो रहे हैं। हाल में उप्र के बागपत जिले में कोर्ट मैरिज करने वाली मुस्लिम युवती ने धर्म परिवर्तन की वजह तीन तलाक बतायी थी। अब बुलंदशहर की महिला ने एलान कर दिया है कि तलाक वापस नहीं लिया गया तो परिजनों समेत हिंदू धर्म अपना लेगी।