हिंडनबर्ग का खुलासा, स्विस अधिकारियों ने अडानी के स्विस बैंको के खाते किए फ्रीज
मनी लॉन्ड्रिंग और जालसाजी जांच के तहत कई बैंक खातों में जमा
हिंडनबर्ग रिसर्च इस समय भारत के सबसे अमीर अडानी ग्रुप के पीछे हाथ धोकर पड़ गई है. पिछले महीने भी हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक बम फोड़ा था और कल देर शाम एक बार फिर अमेरिका की इस कंपनी ने अडानी पर एक और बम फोड़ा है. इस बार कंपनी ने दावा किया है कि स्विस अधिकारियों ने अडानी की मनी लॉन्ड्रिंग और जालसाजी जांच के तहत कई बैंक खातों में जमा 31 करोड़ डॉलर से ज्यादा (करीब 2600 करोड़ रुपये) की रकम फ्रीज कर दी है.
कल ‘X‘ पर पोस्ट कर किया था खुलासा…
गौरतलब है कि गुरुवार को हिंडनबर्ग ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X‘ पर एक पोस्ट में कहा कि स्विस अधिकारियों ने अडानी समूह से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग और प्रतिभूतियों की जालसाजी के आरोपों की जांच के तहत छह स्विस बैंक खातों में जमा 31 करोड़ डॉलर से ज्यादा की रकम फ्रीज कर दी है. यह जानकारी अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग ग्रुप ने हाल ही में जारी स्विस क्रिमिनल कोर्ट के रिकॉर्ड का हवाला देते हुए दिया है. उसने बताया कि इसकी जांच 2021 से चल रही थी.
हिंडनबर्ग ने स्विस मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला
बता दें कि हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में स्विस मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला दिया है. कंपनी ने कहा कि अभियोजकों ने बताया है कि कैसे अडानी के एक सहयोगी (फ्रंटमैन) ने ठटप्/मॉरीशस और बरमूडा के संदिग्ध फंडों में निवेश किया था. इन फंडों का ज्यादातर पैसा अडानी के शेयरों में लगा था. यह जानकारी स्विस क्रिमिनल कोर्ट के रिकॉर्ड्स से मिली है.
गोथम सिटी की एक रिपोर्ट में खुलासा…
वहीं स्विस मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जिनेवा पब्लिक प्रॉसिक्यूटर का ऑफिस हिंडनबर्ग रिसर्च के अडानी पर पहले आरोप लगाए जाने से काफी पहले भारतीय ग्रुप अडानी द्वारा कथित गलत कामों की जांच कर रहा था. वहीं गोथम सिटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अरबपति गौतम अडानी की 31 करोड़ डॉलर से ज्यादा की राशि छह स्विस बैंकों में जमा है. इसके बाद जब यह मामला प्रेस में आया तो स्विट्जरलैंड के अटॉर्नी जनरल के ऑफिस ने जांच अपने हाथ में ले ली.
2023 में शॉर्ट सेल का उठा था मुद्दा…
गौरतलब है कि 2023 की शुरुआत में शॉर्ट-सेलर ने अडानी समूह पर टैक्स हेवन के जरिए बाजार के नियमों को तोड़ने का आरोप लगाया था. हिंडनबर्ग रिसर्च ने बाजार नियामक सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर आरोप लगाया है कि उन्होंने एक ऑफशोर फंड में निवेश किया था, जिसका संबंध अडानी समूह से है हिंडनबर्ग रिसर्च शेयरों को शॉर्ट सेल करती है. इसका मतलब है कि यह उन शेयरों को लेती है और उम्मीद करती है कि उनका मूल्य गिरेगा. जब शेयर का मूल्य गिरता है तो हिंडनबर्ग रिसर्च उन्हें कम कीमत पर वापस खरीद लेती है और मुनाफा कमाती है. अडानी संग विवाद के चलते इसने काफी सुर्खियां बंटोरी हैं.
अडानी ग्रुप ने सभी आरोपों को बताया बेतुका
हालांकि अडानी ग्रुप ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया. अपने दिए गए जवाब में अडानी ग्रुप ने कहा कि उनकी विदेशी होल्डिंग संरचना पूरी तरह से पारदर्शी है और पूरी तरह से प्रकट और सभी प्रासंगिक कानूनों के अनुरूप है. उन्होंने यह भी कहा कि हम किसी भी स्विस कोर्ट में चल रही कार्यवाही में शामिल नहीं है.
अगस्त 2024 में किया था खुलासा…
गौरतलब है कि 10 अगस्त 2024 को भी हिंडनबर्ग ने सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच और अडानी ग्रुप के संबंध में 46 पन्नों की एक रिपोर्ट जारी की थी. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सेबी की चेयरपर्सन बुच और उनके पति धबल बुच ने बरमूडा और मॉरीशस में अस्पष्ट विदेशी कोषों में अघोषित निवेश किया था. फर्म ने कहा कि ये वही कोष हैं जिनका कथित तौर पर विनोद अदाणी ने पैसों की हेराफेरी करने और समूह की कंपनियों के शेयरों की कीमतें बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया था. विनोद अदाणी, अदाणी समूह के चेयरपर्सन गौतम अदाणी के बड़े भाई हैं.
निकोला की रिसर्च के बाद चर्चा में आया हिंडनबर्ग
हिंडनबर्ग की सबसे चर्चित रिपोर्ट अमेरिका की ऑटो सेक्टर की बड़ी कंपनी निकोला को लेकर रही. इस रिपोर्ट के बाद निकोला के शेयर 80 फीसदी तक टूट गए थे. निकोला को लेकर जारी रिपोर्ट में व्हिसलब्लोअर और पूर्व कर्मचारियों की मदद से कथित फर्जीवाड़े को उजागर किया गया था. निकोला के संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष ट्रेवर मिल्टन ने तुरंत कंपनी से इस्तीफा दे दिया. रिपोर्ट के बाद कंपनी जांच के दायरे में आई गई.
इन कंपनियों के खुलासे कर चुकी है हिंडेनबर्ग…
वर्ष कंपनी देश
2023 अदाणी समूह भारत
2020 निकोला अमेरिका
2020 विंस फाइनेंस चीन
2020 जीनियस ब्रांड्स अमेरिका
2020 चाइना मेटल रिसोर्स यूटिलाइजेशन चीन
2020 एससी वोर्क्स अमेरिका
2020 प्रेडिक्टिव टेक्नोलॉजी ग्रुप अमेरिका
2020 एचएफ फूड्स अमेरिका
2019 स्माइल डायरेक्ट क्लब अमेरिका
2019 ब्लूम एनर्जी अमेरिका
2018 यांग्त्जी रिवर पोर्ट एंड लॉजिस्टिक्स अमेरिका
2018 लिबर्टी हेल्थ साइंसेज अमेरिका
2018 एफ्रिया कनाडा
2018 रॉयट ब्लॉकचेन अमेरिका
2017 पोलारिटी टीई अमेरिका
2017 ओपको हेल्थ अमेरिका
2017 पर्शिंग गोल्ड अमेरिका
2017 आरडी लीगल अमेरिका
खुलासे के बाद फिर टूटे अडानी शेयर …
बता दें कि, हिंडेनबर्ग के खुले के बाद आज एक बार फिर अडानी शेयर में गिरावट देखी जा रही है. कल देर शाम रिपोर्ट आने के बाद से आज सुबह शेयर बाजार में काफी गिरावट देखी गई खासकर अडानी शेयर ग्रुप में. रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रीन और अडानी एनर्जी सोलूक्शन में गिरावट देखी गई जबकि कई और शेयर में बढ़ोत्तरी रही.