हेड कांस्टेबल ने सुसाइड नोट में लिखा-मेरी पत्नी को कोई सरकारी लाभ या नौकरी न दी जाय

पुलिस ने पत्नी, सास और श्वसुर के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा

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मरना कोई नही चाहता, कहते हैं मौत बहाने ढूंढ लेती है. लेकिन हर मौत के पीछे कोई न कोई वजह जरूर होती है. हालात, स्थितियां, परिस्थितियां उसे निराशा की ओर इस कदर धकेल देती हैं कि वह उनसे लड़ने का साहस नही जुटा पाता और मौत को गले लगा लेता है. हालांकि जिंदादिल इंसान हालात के आगे झुककर खुदकुशी करने के वजाय उससे लड़कर सफलता की सीढ़ियां चढ़ जाते हैं. खुदकुशी जैसे कदम को जिंदगी से भागने की भी संज्ञा दी गई है. वाराणसी में इन दिनों आयेदिन खुदकुशी की घटनाएं हो रही हैं. लेकिन पिछले दिनों चोलापुर क्षेत्र के भटपुरवा खुर्द में हेड कांस्टेबल ओंकार पटेल के फांसी लगाकर खुदकुशी के पीछे जो वजह सामने आई उसने समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है.

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मौत को गले लगानेवाला यूपी पुलिस का सिपाही अपनी पत्नी और ससुरालवालों से इस कदर मर्माहत था कि उसने सुसाइड नोट में लिखा कि ‘मेरे मरने के बाद कोई भी सरकारी लाभ या नौकरी मेरी पत्नी को न दिया जाय. इस युवा हेड कांस्टेबल के सुसाइड नोट के आधार पर चोलापुर पुलिस ने ओंकार की पत्नी ज्योति पटेल, सास कुसुम देवी और श्वसुर जयप्रकाश पटेल के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. हेड कांस्टेबल ओंकार पटेल ने मौत से पहले सुसाइड नोट लिखा था जो पुलिस के हाथ लगा है. सुसाइड नोट में उसने पत्नी, सास और श्वसुर पर गंभीर आरोप लगाए हैं. लिखा है कि मेरी मौत के बाद कोई भी सरकारी लाभ या नौकरी मेरी पत्नी को न दिया जाय. ओंकार के पिताजी राम लखन पटेल ने चोलापुर पुलिस को ससुरालवालों की सारी करतूत बता दी है.

पिता ने कहा-बेटे को फर्जी मुकदमे में फसाने की दी जाती थी धमकी

पिता ने पुलिस को बताया कि बेटे की शादी साल 2022 में बड़ा लालपुर की ज्योति पटेल से हुई. लेकिन शादी के कुछ दिन बाद से ही दोनों में अनबन शुरू हो गई. बहू का एक युवक से करीबीपन था. ओंकार ने और खुद उन्होंने इसकी शिकायत ज्योति के माता-पिता से की. उन्होंने इस पर ध्यान देने के वजाय उनसे ही विवाद करने लगते थे. ओंकार और परिवारवालों को ज्योति के मायके वाले दहेज उत्पीड़न सहित अन्य गंभीर आरोपों में फंसाने की धमकियां देत रहे. पिछले 26 अप्रैल यानी घटना से एक दिन पहले शुक्रवार को भी ओंकार को फोन पर धमकियां दी गई थीं. इससे क्षुब्ध होकर बेटे ने फांसी लगा ली.
उधर, हेड कांस्टेबल की मौत की जानकारी पर आजमगढ़ के आईजी रेंज अखिलेश कुमार रविवार को ओंकार के घर पहुंचे. उन्होंने परिजनों को ढाढ़स बंधाया और कहा कि आपलोगों के साथ न्याय होगा. हरसंभव मदद दी जाएगी. बता दें कि हेड कांस्टेबल ओंकार पटेल आजमगढ़ के आईजी कार्यालय में तैनात था. पिछले शनिवार की सुबह उसका शव उसके घर की सीढ़ी के टिनशेड के लोहे की राड के सहारे फंदे पर लटकता मिला था.

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