बीजेपी में शामिल हुए गुड्डू महाराज, सपा-बसपा गठबंधन पर हुए हमलावर
लोकसभा चुनाव के पहले सियासी समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। बदलाव की बयार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी बह रही है। कल तक बीएसपी में बड़ा ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले चंद्र प्रकाश मिश्रा गुड्डू महाराज अब कमल खिलाएंगे। लखनऊ में बीजेपी महासचिव जेपी नड्डा और बृजेश पाठक की मौजूदगी में गड्डू महाराज ने बीजेपी की सदस्यता ज्वाइन की। चुनावी सीजन में गड्डू महाराज का बीजेपी में जाना, सपा-बसपा गठबंधन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
भदोही सीट से थे बीएसपी के मजबूत दावेदार
वाराणसी में गुड्डू महाराज सरीखे चंद चेहरे ही थे, जिन्होंने बीस सालों तक बीएसपी का झंडा बुलंद किया था. पार्टी संगठन के मजबूत नेता माने जाते थे. साल 2012 में उन्हें कैंट विधानसभा से टिकट मिला था. इसके बाद उन्हें पिंडरा विधानसभा का प्रभारी बनाया गया. गुड्डू महाराज भदोही लोकसभा सीट से मजबूत दावेदार थे लेकिन बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने गुड्डू महाराज की जगह रंगनाथ मिश्रा को टिकट दे दिया. पार्टी के इस कदम के बाद से गुड्डू महाराज के समर्थक बेहद नाराज थे।
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ब्राह्मणों की अनदेखी का लगाया था आरोप
गुड्डू महाराज ने बीएसपी से ब्राह्मणों को जोड़ने में उनका अहम योगदान किया था. लेकिन हाल के दिनों में जिस तरह से बीएसपी के अंदर ब्राह्मणों की अनदेखी हो रही थी, उससे गुड्डू महाराज काफी खफा थे. गुड्डू महाराज ने पिछले दिनों बीएसपी से इस्तीफ दे दिया था. उन्होंने मायावती पर टिकट पर पैसे मांगने के आरोप लगाए थे. बीएसपी से इस्तीफा देने के बाद से ये कयास लगाए जा रहे थे कि वो बीजेपी का दामन थाम सकते है. गुड्डू महाराज के बीजेपी ज्वाइन करने से चुनावी सीजन में पार्टी को वाराणसी और चंदौली लोकसभा सीटों पर पार्टी की स्थिति मजबूत होगी.
कुछ और नेता थाम सकते हैं बीजेपी का दामन
माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ अन्य पार्टियों के नेता भी बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं. हाल के दिनों में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले वाराणसी और चंदौली के दो नेताओं को लेकर भी कयासबाजी तेज हो गई है. सूत्रों के मुताबिक अंदरखाने बात पक्की हो गई है बस इंतजार बीजेपी आलाकमान की हरी झंडी का है।