#कर्नाटक -…तो क्या अभी भी सीएम बन सकते हैं येदियुरप्पा?
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (Yeddyurappa ) ने विधानसभा चुनाव के सात महीने बाद भी हार नहीं मानी है। भले ही वह राज्य में सरकार ना बना पाए हों लेकिन उन्होंने कोशिश करना नहीं छोड़ा है। उन्हें पूरा विश्वास है कि वह सत्ता में जरूर आएंगे और इस विश्वास के पीछे हैं उनके ज्योतिषी।
येदियुरप्पा के ज्योतिषी ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि अभी उनके सीएम बनने की संभावनाएं खत्म नहीं हुई हैं। इसलिए, राज्य बीजेपी अध्यक्ष डटे हुए हैं। साथ ही, एक सीनियर कांग्रेस नेता ने भी येदियुरप्पा में ऑपरेशन लोटस जारी रखने का भरोसा जताया है।
सभी का ध्यान अब सिद्धारमैया की अध्यक्षता में शुक्रवार को होने वाली कांग्रेस विधायक दल की विशेष बैठक पर हैं। कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को चेतावनी दी है कि जो लोग बैठक में नहीं आए उनके खिलाफ ऐंटी-डिफेक्शन कानून लगाया जाएगा। बेंगलुरु में इसके लिए विधायक भवन के कमरों पर नोटिस भी लगा दिए गए हैं। कांग्रेस स्पीकर से शिकायत कर उन्हें डिस्क्वॉलिफाइ करने की मांग करने से पहले ही ऐसे विधायकों को नोटिस देने की तैयारी में है जो बैठक में शामिल नहीं होंगे। इस तरह से ये विधायक बीजेपी में शामिल नहीं हो सकेंगे और स्पीकर के पास उन्हें डिस्क्वॉलिफाइ करने का विकल्प रहेगा।
सिद्धारमैया अपने सपॉर्टर रमेश जारकीहोली से भी पार्टी के साथ आने के लिए बातचीत कर रहे हैं। एक ओर जहां कांग्रेस को भरोसा है कि शुक्रवार की बैठक में सभी विधायक पहुंचेंगे, येदियुरप्पा से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा, ‘देखते हैं कितने (विधायक) शुक्रवार को होने वाली बैठक में शामिल होते हैं।’
मुख्य मंत्री कुमारस्वामी इस बैठक से खुश नहीं हैं
यह भी कहा जा रहा है कि मुख्य मंत्री कुमारस्वामी इस बैठक से खुश नहीं हैं। सूत्रों के मुताबिक वह मुंबई गए विधायकों को वापस लाने की कोशिश कर रहे थे और बैठक से उनके प्लान पर असर पड़ा है।
इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस विधायक बी नागेंद्र, रमेश जारकीहोली, महेश कुमटल्ली और आर शंकर अवैध खनन मामले में कोर्ट के सामने पेश होने मुंबई से बेंगलुरु वापस आए। इस दौरान नागेंद्र ने कहा कै वह पार्टी में हैं और उसी में रहेंगे।
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