पीएम मोदी को चुनौती नहीं दे सकेंगे तेज बहादुर!
प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का सपना लिए वाराणसी संसदीय सीट से नामांकन दाखिल करने वाले बीएसएफ बर्खास्त सिपाही तेज बहादुर को बड़ा झटका लगा है।
निर्वाचन अधिकारी द्वारा उनका पर्चा खारिज कर दिया गया है। इसके साथ ही उनके चुनाव लड़ने की उम्मीदों पर भी पानी फिर गया। अब शालिनी यादव समाजवादी पार्टी (सपा) की तरफ से वाराणसी चुनावी मैदान में पीएम मोदी को टक्कर देंगी।
खुद तेज बहादुर ने की नामांकन रद्द करने की पुष्टि-
तेज बहादुर ने वाराणसी संसदीय सीट से पहले निर्दलीय और फिर अंतिम दिन गठबंधन से नामांकन था। दो बार नामांकन करने वाले तेज बहादुर यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जो पर्चा दाखिल किया था उसे पहले ही निरस्त कर दिया गया था।
खुद तेज बहादुर ने अपने नामांकन के रद्द होने की पुष्टि की। उन्होंने आरोप लगाया कि डीएम के ऊपर दबाव बनाकर नामांकन रद्द कराया गया है। अब जिला निर्वाचन आयोग के इस फैसले को लेकर कोर्ट का दरवाज़ा खटखटा सकते हैं।
सपा ने अंतिम समय में बदला था अपना दांव-
वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने पहले अपना उम्मीदवार शालिनी यादव को चुना था। लेकिन नामांकन के अंतिम समय में सपा ने अपना दांव बदला। शालिनी यादव की जगह समाजवादी पार्टी ने बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव को अपना प्रत्याशी घोषित किया।
खाने की शिकायत को लेकर चर्चा में आये थे तेज बहादुर-
तेज बहादुर यादव फौजियों को मिलने वाले खाने को लेकर शिकायत के एक वीडियो से चर्चा में आए थे। एक वीडियो के माध्यम से की गई इस शिकायत के बाद सेना सहित राजनीतिक गलियारों में कुछ दिन तक हलचल मच गई थी। सेना ने इस मामले की जांच के आदेश दिए और बाद में तेज बहादुर को बीएसएफ से निकाल दिया गया था।
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