भूल जाइए अंधरापुल, अब Sitaram Dwar के नाम से जाना जाएगा
उत्तर प्रदेश सरकार के स्टाम्प व पंजीयन राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल ने सोमवार को सीताराम द्वार का किया लोकार्पण
अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर काशी को भी सौगात मिली. दशकों से अंधरापुल के नाम से जाना जानेवाला चौराहा का नाम अब सीताराम द्वार कर दिया गया. लोग अब इसे सीताराम द्वार के नाम से जानेंगे. उत्तर प्रदेश सरकार के स्टाम्प व पंजीयन राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल ने सोमवार को सीताराम द्वार का लोकार्पण किया. इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने हर-हर महादेव के उद्घोष से नये नामकरण का स्वागत किया.
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इस मौके पर राज्यमंत्री ने कहा कि जिस तरीके से हम सब के आराध्य प्रभु श्रीराम की अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा हो रही है, तो काशी भी उत्सव मना रहा है. भगवान शिव के आराध्य राम और राम के आराध्य शिव हैं. शिव की नगरी भी राम का उत्सव मनाने में जुटी हुई है. काशी की आध्यात्मिकता को देखते हुए अंधरापुल का नाम सीताराम द्वार किया गया. इससे बनारस आने वाले पर्यटक गर्व महसूस करेंगे.
दशकों से प्रचलित था नाम, बदलने की हो रही थी कवायद
बता दें कि अबतक अंधरापुल के नाम से जाना जानेवाला यह चौराहा कैंट स्टेशन के पास और नदेसर होते हुए कचहरी जानेवाले मार्ग पर है. दशकों से इसे इसी नाम से जाना जाता रहा. हालांकि इस नाम को बदलने की कई बार कोशिश हुई लेकिन किन्ही कारणों से इसे बदला नही जा सका. पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने काशी के कई स्थानों का नाम बदलने के लिए मंजूरी दी थी. कार्यक्रम के आये लोगों का कहना था कि यहां के कई स्थानों का नाम बेढंगा है. इसमें अंधरापुल भी था. आध्यात्मिक नगरी काशी के चौराहों आदि का नाम भी ऐसा होना चाहिए जो इस धार्मिक नगरी के नाम से मेल खाती हो.