कुल्लू में भारी बारिश से आई बाढ़, खतरे के निशान पर बह रहीं ब्यास नदी
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भारी बारिश से बाढ़ आ गई है। लगातार जारी बारिश से ब्यास नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। कुल्लू के कसोल इलाके में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ में कई कारें बह गईं। इसके अलावा पहाड़ी इलाकों में बारिश सबसे ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है। आलम ये है कि जोरदार बारिश की वजह से हिमाचल के कुल्लू में ब्यास नदी के उफान आने से राष्ट्रीय राजमार्ग 3 का एक हिस्सा बह गया। शिमला में पिछले 24 घंटो में 46 मिलीमीटर बारिश दर्ज़ हुई है। प्रदेश में अगले 48 घंटो के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। बारिश का रेड अलर्ट चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी के लिए जारी किया है। शिमला, सोना में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
खतरे के निशान पर बह रहीं ब्यास नदी
ब्यास नदी और उसकी सहायक नदियों के खतरे के निशान से ऊपर बहने की सूचना है। बारिश के कारण 91 सड़कें वाहनों के आवागमन के लिए बंद हैं और 73 जल आपूर्ति योजनाएं और 69 ट्रांसफॉर्मर बाधित हुए हैं। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार, इस मॉनसून के मौसम के दौरान हिमाचल प्रदेश को अब तक 352 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
पांच साल बाद आई खतरनाक बारिश
शिमला में पांच साल बाद जुलाई में एक दिन के दौरान खतरनाक बारिश हुई है। 79 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई है। इससे पहले साल 2018 में 118 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई थी। ऊना में वर्ष 1993 के बाद 24 घंटे के दौरान सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई है। वर्ष 1993 में 188 मिलीमीटर बारिश हुई थी। इस बार बारिश 166 मिलीमीटर दर्ज हुई है।
बाढ़ के पानी में फंसे 7 लोग
वहीं, मंडी जिले में नगवाईं अस्पताल के पास ब्यास नदी के बीच बने टापू में सात लोग फंस गए हैं। सातों लोग चट्टान के ऊपर पर खड़े हैं। एसडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद भी है। बताया जा रहा है यह सभी खेतों में काम करने वाले मजदूर हैं, जो नदी के बहाव के बीच फंस गए। नदी का बहाव दोनों तरफ से तेज होने के कारण रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है।
राज्य में रेड अलर्ट जारी
राज्य में बारिश से बाढ़ के हालातों पर आईएमडी के उप निदेशक बुई लाल ने बताया कि हमने राज्य सरकार को अलर्ट भेज दिया है। इससे प्रदेश में अत्याधिक बारिश होने की संभवना है। इसमें अचानक आई बाढ़, भूस्खलन, पेड टूटने, पानी और विद्युद बाधित होने की भी आशंका है। इसके अलावा आईएमडी की ओर से कई जिलों में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। बता दें कि शिमला स्थित मौसम विभाग कार्यालय ने हिमाचल प्रदेश के सात जिलों के लिए ‘रेड’ अलर्ट जारी करते हुए आठ-नौ जुलाई को अत्यधिक भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की थी। सोलन जिले के कसौली में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से तीन निर्माणाधीन इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। अधिकारियों ने बताया कि इमारतों के निवासियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। उन्होंने कहा कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
13 जुलाई तक जारी रहेगी बारिश
मौसम विभाग ने राज्य में 13 जुलाई तक बारिश का कहर जारी रहने की बात कही है। मौसम विभाग ने एक बयान में कहा कि सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर के कारण नौ जुलाई को भी चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की आशंका है। अत्यधिक भारी बारिश से संबंधित ‘रेड’ अलर्ट एक दिन में 204 मिलीमीटर से अधिक बारिश की संभावना को दर्शाता है। मौसम विभाग ने शिमला, सिरमौर, सोलन और लाहौल एवं स्पीति के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी करते हुए वहां आठ-नौ जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी दी है।
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