मीरा : “यह विचारधारा की लड़ाई है, मेरे लिए यही है”
आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष की साझा उम्मीदवार मीरा कुमार ने शनिवार को कहा कि उनकी लड़ाई विचारधारा(ideology) की है और वह अपने धर्म के साथ अन्य धर्मो का सम्मान करने वाली सदियों पुरानी भारतीय परंपरा में विश्वास रखती हैं।
मीरा कुमार ने बिहार के तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन पटना में बिहार प्रदेश कांग्रेस समिति मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, “यह विचारधारा की लड़ाई है, मेरे लिए यही है।”
मीरा ने चुनाव प्रचार के लिए रांची रवाना होने से पहले कहा कि भारत प्राचीन समय से अपने धर्म को सम्मान देता आया है, लेकिन साथ में वह अन्य धर्मो को भी सम्मान देता है। यह देश की सदियों पुरानी परंपरा है।
उन्होंने कहा कि बिहार उनकी जन्मभूमि है। मीरा ने कहा, “ये मेरी जन्मभूमि है, मुझे इस पर गर्व है।”
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मीरा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि विपक्षी एकता विचारधारा और विचारों पर आधारित है। मीरा ने एक बार फिर कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान अंतरआत्मा की आवाज पर करना चाहिए।
मीरा ने बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल युनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार द्वारा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन दिए जाने के फैसले को तवज्जो न देते हुए कहा, “मैं सभी से अपनी अंतरआत्मा की आवाज के आधार पर वोट देने की अपील करती हूं।”
इससे पहले मीरा कुमार ने शुक्रवार को भोजपुर जिले में अपने पैतृक गांव चांदवा का दौरा किया था, जहां उन्होंने अपने पिता बाबू जगजीवन राम की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था।
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