लखनऊ पीजीआई थाने में पुलिसकर्मियों और वकील के बीच मारपीट
मामला शांत कराने जुटी पांच थानों की पुलिस
राजधानी के पीजीआई थाना क्षेत्र में एक शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है।
मुकदमा दर्ज करवाने आए आर्मी से सेवानिवृत्त जवान और उनके वकील की पुलिसकर्मियों से बहस हो गई।
इसके बाद दोनों पक्षों में जमकर गाली गलौज हुई, देखते ही देखते मामला हाथापाई और मारपीट तक पहुंच गया।
वकील ने आरोप लगाया कि पुलिसवालों ने उन पर केस बदलने का दबाव बनाया।
बात न मानने पर 40-50 पुलिसकर्मियों ने थाने में बंद कर मारपीट की।
वहीं चौकी इंचार्ज आशुतोष कुमार ने वकील पक्ष पर मारपीट की तहरीर दी।
रविवार देर रात डेढ़ घंटे तक मचे ताडंव पर थाने में पांच थानों के उच्च अधिकारी मामला शांत कराने पहुंचे।
मुकदमा दर्ज कराने वकील के साथ आया था आर्मी का सेवानिवृत्त जवान
लखनऊ के तेलीबाग पुलिस स्टेशन में वकील और पुलिसकर्मियों के बीच हुई झड़प।
मुकदमा दर्ज कराने वकील के साथ आए थे आर्मी से सेवानिवृत्त जवान और वकील।
दोनों पक्षों में जमकर गाली गलौज
दोनों पक्षों में जमकर गाली गलौज हुई।
देखते ही देखते मामला हाथापाई और मारपीट तक पहुंच गया।
वकील ने आरोप लगाया कि पुलिसवालों ने उन पर केस बदलने का दबाव बनाया।
बात न मानने पर 40-50 पुलिसकर्मियों ने थाने में बंद कर मारपीट की।
वहीं चौकी इंचार्ज आशुतोष कुमार ने वकील पक्ष पर मारपीट की तहरीर दी।
रविवार देर रात डेढ़ घंटे तक मचे ताडंव पर थाने में पांच थानों के उच्च अधिकारी मामला शांत कराने पहुंचे।
आर्मी रिटायर्ड अरविंद कुमार का आरोप
तेलीबाग द्वारिका पुरी घर निवासी आर्मी रिटायर्ड अरविंद कुमार का आरोप है।
शाम को मोटरसाइकिल से बाबूखेड़ा से तेलीबाग आ रहे थे।
इस दौरान सफारी सवार पांच लोगों ने उन्हें रोका और उनके साथ मारपीट की और गोली चला दी।
घटना को लेकर वो अधिवक्ता रमाशंकर तिवारी के साथ पीजीआइ थाने रात 10 करीब मामला दर्ज करवाने पहुंचे।
मामला संज्ञान में नहीं आ रहा
आरोप है कि जांच अधिकारी चौकी इंचार्ज आशुतोष कुमार ने कहा कि गोली चलने का मामला संज्ञान में नहीं आ रहा है।
इसलिए प्रार्थना गोली की धारा हटा रहे हैं केवल मारपीट के लिए मेडिकोलीगल करा लिया जाए। इसे लेकर दोनों के बीच कहासुनी होन लगी।
अधिवक्ता रमाशंकर तिवारी का आरोप है कि थाने की पीडि़त की एफआइआर लिखवाने आए थे।
चौकी इंचार्ज तेलीबाग आशुतोष, चौकी इंचार्ज वृंदावन राजू सिंह व सिपाही राम कुमार व राजकुमार इन सब लोगों ने 40 से 50 पुलिसकर्मियों ने दौड़ाकर मारा।
उन्हें बुरी तरह से मारा पीटा गया।
यहां तक कि लॉकअप के अंदर लात घूंसों से मारा और सामान भी छीन लिया।
वहीं उन्होंने जब बताया कि वो हाईकोर्ट में प्रेक्टिस करते हैं तो उन्हें भद्दी भद्दी गालियां भी दी।
यह भी पढ़ें: न्यायमूर्ति एस. ए. बोबडे होंगे भारत के अगले Chief Justice
यह भी पढ़ें: भड़के चीफ जस्टिस ने नए सिरे से सिफारिश का दिया था निर्देश
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)