मोदी सरकार के पतन का कारण बन गया है किसान-अविनाश काकड़े
ट्रांसपोर्ट नगर योजना के प्रभावित किसानों के साथ किसान नेताओं ने किया संवाद
रोहनिया क्षेत्र के मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के बैनर तले शनिवार की शाम बैरवन स्थित डीह बाबा मंदिर परिसर में अपने हक की मांग को लेकर लम्बे समय से आंदोलन कर रहे किसानों का जमावड़ा हुआ. किसान संवाद कार्यक्रम के तहत हुए इस आयोजन में वक्ताओं ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला किया. मुख्य वक्ता और किसान नेता अविनाश काकड़े ने कहा कि कांग्रेस मुक्त का नारा देने वाले आज किसान मुक्त भारत की योजना बना चुके हैं. इस दौरान किसानों ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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काकड़े ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है और भाजपा सरकार साजिश के तहत किसानों को बर्बाद करने के लिये कार्य कर रही है. उनकी गलत नीतियों की वजह से आज किसान मोदी सरकार के पतन का कारण बन गया है.उन्होंने कहाकि बनारस के किसानी को और बनारसीयत को बचाना है तो मोदी को वाराणसी हराकर गुजरात भेजना होगा. अन्यथा ट्रान्सपोर्ट नगर और रिंग रोड के बाद स्पोर्ट्स सिटी, आवासीय योजना, वरूणा विहार, वैदिक सिटी, वर्ल्ड सिटी एवं काशी द्वार के नाम पर वाराणसी के किसानों को उजाड़ने का कुचक्र स्थानीय जिला प्रशासन और भाजपा सरकार कर रही. इन क्षेत्रों से किसानों को उनकी जमीनों से बेदखल करने का काम केवल चुनाव के कारण स्थगित है. लोकसभा चुनाव के बाद वाराणसी जिले के नक्शे से किसानी विलुप्त हो जायेगी. दिल्ली में चले किसान आंदोलन से लगातार संघर्ष कर रहे संयुक्त मोर्चा कोर कमेटी के सदस्य डा. सुनीलम ने कहा कि इण्डिया गठबंधन को समर्थन संयुक्त किसान मोर्चा का खुला समर्थन है.
सरकारी दमन को भूले नही हैं मोहनसराय के किसान
गांधीवादी विचारक रामधीरज ने कहा कि मोहनसराय ट्रान्सपोर्ट नगर के किसानों पर पिछले साल हुए बर्बर लाठीचार्ज एवं क्रूर दमनात्मक कार्रवाई के हिसाब का सबसे उपयुक्त समय आ गया है. किसान उस सरकारी दमन को भूले नही हैं. उनकी पुश्तैनी जमीन से उनका अधिकार लाठी के बल पर छीना जा रहा है. इस दौरान मुख्य रूप से राजेश्वर पटेल जिला अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी, विनय शंकर राय, प्रेम साव, मेवा पटेल, अमलेश पटेल, अवधेश प्रताप, राहुल पटेल, विजय वर्मा, उदय प्रताप, उमाशंकर, मदन लाल पटेल, बालकरन, सत्येंद्र कुमार, रामराज पटेल, सुरेंद्र कुमार, अशोक कुमार, जियाराम, राज नारायण पटेल, प्रेमराज, बाबला, रमाशंकर, राजा पटेल, विजय शंकर सिंह, जय प्रकाश, सीता, मनोरमा, धर्मा देवी, गीता देवी, कलावती देवी, देवपति देवी, आरती, चमेला, सुखदेवी,कल्लू यादव आदि रहे.