Farmer Protest: आज फिर दिल्ली कूच करेंगे किसान
जाम से बदहाल रहेगी दिल्ली की सड़के
Farmer Protest: देशभर के किसान संगठन आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर जमा होंगे, लेकिन पिछले 23 दिनों से पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसान दिल्ली नहीं पहुंचे हैं. देश भर के किसानों ने सरवन सिंह पंढेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल की अगुवाई वाले संगठनों से दिल्ली पहुंचने की अपील की थी, जिसके बाद आज किसान दिल्ली कूच करेंगे. किसान संघों ने किसानों को ट्रेनों और बसों से दिल्ली आने को कहा है.
धारा 144 के बाद दिल्ली में कैसे प्रवेश करेंगे किसान ?
किसानों के मार्च को देखते हुए दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था एक बार फिर बढ़ा दी गई है. दिल्ली के सभी प्रवेश बॉर्डर पर अतिरिक्त बलों की तैनाती और बैरिकेडिंग का पुनर्गठन किया गया है. पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर बैठे किसान आज दिल्ली नहीं जाएंगे, देश भर के किसान संगठन उनकी जगह जाएंगे.
किसानों के कूच को देखते हुए धारा 144 पूरी दिल्ली में लागू है. दिल्ली में किसी भी प्रदर्शन, रैली या सभा पर प्रतिबंध लगाया गया है. नई दिल्ली में प्रदर्शन करने वाले को गिरफ्तार किया जा सकता है. पुलिस को शक है कि किसान बसों, ट्रेनों और निजी वाहनों से दिल्ली आ सकते हैं. ऐसे में दिल्ली पुलिस ने टीकरी, सिंघू और गाजीपुर सीमाओं, रेलवे स्टेशनों और मेट्रो स्टेशनों पर अधिक निगरानी बढ़ा दी है. किसान संगठनों ने इस बीच आज से अगले आठ दिनों का पूरा कार्यक्रम बनाया है.
किसानों की क्या है मांगे ?
-MSP खरीद की गारंटी कानून .
-स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को ध्यान में रखकर फसलों की कीमतें निर्धारित की जाएं.
-किसानों और खेत में काम करने वाले कर्मचारियों का कर्जा माफ होना चाहिए.
-60 वर्ष से अधिक उम्र के किसानों को 10 हजार रुपये की पेंशन दी जाएगी.
-2013 का भूमि अधिग्रहण अधिनियम पुनः लागू किया जाए.
-लखीमपुर खीरी मामले में दोषियों को सजा मिलनी चाहिए.
-किसान आंदोलन में मरने वाले किसानों के परिवारों को सरकारी नौकरी और मुआवजा मिला.
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बातचीत को तैयार है सरकार, फिर क्या है दिक्कत?
वहीं, राजस्थान के किसान अब किसान आंदोलन में शामिल होने लगे हैं.11 मार्च को किसानों ने जयपुर मार्च निकाला था. किसान संगठन ट्रैक्टरों से जयपुर पहुंच रहे हैं. किसानों ने सरकार से एमएसपी गारंटी कानून की मांग की है, 4 चरणों की बातचीत के बाद अब तक सरकार और किसानों ने कोई सार्थक समझौता नहीं हो पाया है. सरकार ने चौथी बैठक में चार फसलों पर एमएसपी की गारंटी देने का वादा किया था, लेकिन किसान संगठनों ने इसे ठुकरा दिया. इसको लेकर किसानों की दिल्ली की यात्रा एक बार फिर शुरू हो सकती है, जिससे दिल्लीवासियों को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ सकता है.