नहीं रहे मशहूर संगीतकार खय्याम, 92 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
भारतीय सिनेमा के दिग्गज संगीतकार मोहम्मद जहूर ‘खय्याम’ का 92 की उम्र में निधन हो गया है। खय्याम लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे और मुंबई के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
सोमवार शाम से ही खय्याम की हालत नाजुक बताई जा रही थी। मशहूर संगीतकार के निधन से फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
PM ने जताया शोक-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खय्याम के निधन पर शोक व्यक्त किया है। अपने ट्वीट संदेश में प्रधानमंत्री ने लिखा, ‘सुप्रसिद्ध संगीतकार खय्याम साहब के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उन्होंने अपनी यादगार धुनों से अनगिनत गीतों को अमर बना दिया। उनके अप्रतिम योगदान के लिए फिल्म और कला जगत हमेशा उनका ऋणी रहेगा। दु:ख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके चाहने वालों के साथ हैं।’
खय्याम ने पहली बार फिल्म ‘हीर रांझा’ में संगीत दिया लेकिन मोहम्मद रफ़ी के गीत ‘अकेले में वह घबराते तो होंगे’ से उन्हें पहचान मिली। फिल्म ‘शोला और शबनम’ ने उन्हें संगीतकार के रूप में स्थापित कर दिया।
17 साल की उम्र में रखा संगीत की दुनिया में कदम-
खय्याम ने कई हिट फिल्मों जैसे ‘कभी-कभी’ और ‘उमराव जान’ के लिए म्यूजिक कंपोज किया था। इन मूवीज के गाने एवरग्रीन माने जाते हैं। मोहम्मद जहूर ‘खय्याम’ हाशमी ने संगीत की दुनिया में अपना सफर 17 साल की उम्र में लुधियाना से शुरू किया था।
उन्हें अपने करियर का पहला मेजर ब्रेक ब्लॉकबस्टर मूवी ‘उमराव जान’ से मिला था जिसके गाने आज भी इंडस्ट्री में और लोगों के दिलों में जगह बनाए हुए हैं।
खय्याम को इस फिल्म के बेहतरीन संगीत के लिए नेशनल अवॉर्ड व फिल्मफेयर अवॉर्ड के साथ ही कई पुरस्कारों से नवाजा गया था।
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