सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम मामले में चुनाव आयोग से मांगा जवाब
ईवीएम में छेड़छाड़ के मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने मायावती की उस याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र और चुनाव आयोग से जवाब मांगा है। साथ ही अगली सुनवाई की तारीख 8 मई दी है। मालूम हो कि बीएसपी सुप्रीमों ने भविष्य में बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की थी। बीएसपी के साथ इस मसले पर आज समाजवादी पार्टी नेता अताउर रहमान की भी याचिका सुनी गई।
सपा नेता की तरफ से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए। इसके अलावा, आज कांग्रेस और टीएमसी ने भी पक्ष बनने की अर्ज़ी लगाई। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं से कई तीखे सवाल किए। जस्टिस जे चेलमेश्वर की अध्यक्षता वाली बेंच ने पूछा, आपको ईवीएम से क्या दिक्कत है? आप जो कह रहे हैं, उसका आधार क्या है?
वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि दुनिया के ज़्यादातर विकसित देशों में ईवीएम का इस्तेमाल नहीं होता। इस सिस्टम में गड़बड़ी की आशंका है। कोर्ट ने वोटिंग के बाद मशीन से पर्ची निकलने की व्यवस्था बनाने को कहा था। उस दिशा में भी ज़्यादा काम नहीं हुआ है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सिब्बल से पूछा, क्या ईवीएम सिस्टम उसी पार्टी की सरकार ने लागू नहीं किया जिसके आप सदस्य हैं?
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सुप्रीम कोर्ट आगे कहा, हमें इस बात में दिलचस्पी नहीं है कि कौन से देश इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का इस्तेमाल करते हैं और कौन नहीं। ईवीएम से चुनाव प्रणाली की बहुत सी बुराइयां दूर हुई हैं। जजों ने कहा कि राजनीतिक पार्टियां किसी सिस्टम की शिकायत कर सकती हैं। लेकिन कोर्ट उनकी शिकायत से ज़्यादा तरजीह इस बात को देगा कि तकनीकी विशेषज्ञ इस मसले पर क्या राय रखते हैं।