कभी बाइक रैली तो कभी पदयात्रा, आखिर क्या है बीजेपी की प्लानिंग ?

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वाराणसी। गली-गली, मोहल्ले-मोहल्ले अब नारों की गूंज सुनाई देने लगी है। वादे और दांवों का दौर शुरु हो चुका है। सड़कें बैनर और पोस्टर से पटने लगी हैं। कार्यकर्ताओं का हूजुम, टोलियों की शक्ल में दिख रहा है तो नेता भी लोगों के भी नजर आने लगे हैं। बदलते मौसम के मिजाज के साथ राजनीति भी अपना रंग दिखाने लगी है।

ये आहट आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर दिखाई पड़ रही है, जिसकी तैयारियों में बीजेपी सबसे आगे दिखाई पड़ रही है। पार्टी के निशाने पर एक बार फिर से सियासी रुप से सबसे ताकतवर उत्तर प्रदेश है। यूपी में अपनी बादशाहत को कायम रखने के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है। बाइक कमल संदेश यात्रा के बाद अब पार्टी ने पूरे प्रदेश में पदयात्रा निकाला है।

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अगले 15 दिनों तक प्रदेश के सभी विधायक मंत्री अपने-अपने क्षेत्र में टोली बनाकर घर-घर तक पहुंचेंगे और केंद्र और प्रदेश सरकार के तरफ से चल रहे योजनाओं के बारे में जनता को बताया। मकसद है, सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पहुंच सके। लेकिन सियासी पंडित इस यात्राओं को दूसरे चश्मे से देख रहे हैं।

क्या है बीजेपी की प्लानिंग ?

 दरअसल यूपी को लेकर बीजेपी ने बड़ी प्लानिंग कर रखी है। महागठबंधन के संभावित खतरे को देखते हुए पार्टी अपने संगठन में नई जान फूंकना चाहती है। उन कार्यकर्ताओं को गोलबंद करने की तैयारी है जो 2014 के लोकसभा और 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए जी जान से जुटे हैं। हालांकि राममंदिर मुद्दे और एससीएसटी एक्ट को लेकर कार्यकर्ताओं का एक धड़ा पार्टी से नाराज है है।

इसीलिए बीजेपी इन यात्राओं के सहारे यूपी की सियासत को साधना चाहती है। इन यात्राओं को लेकर पार्टी किस तरह से गंभीर है इसे आप यूं समझे कि राजधानी में कामधाम छोड़कर सरकार के मंत्री और विधायक गली-गली, मोहल्ले-मोहल्ले सरकार के कामों का बखान करने में जुट गए हैं।

पीएम के गढ़ में कार्यकर्ताओं में दिखा जोश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी पदयात्रा को लेकर कार्यकर्ताओं में जोश देखने को मिला। जिले की सभी आठों विधानसभा क्षेत्रों में सुबह से ही कार्यकर्ता पदयात्रा के लिए जुटने लगे। मुख्य कार्यक्रम टाउनहाल में रखा गया था। यहां पर राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने पदयात्रा का शुभारंभ किया।

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वहीं शहर उत्तरी विधानसभा क्षेत्र के नदेसर इलाके के स्वामी विवेकानंद की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद स्थानीय विधायक रविंद्र जयसवाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं संग पदयात्रा पर निकले। इस पदयात्रा में हर विधानसभा क्षेत्र में 200000 लोगों से मिलकर सरकार की उपलब्धियां बताने का लक्ष्य बीजेपी ने रखा है। इसके पहले बाइक संदेश यात्रा के लिए खुद योगी आदित्यनाथ वाराणसी पहुंचें थे। उन्होंने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया था।

चुनावी माहौल बनाने की तैयारी

इस दौरान मीडिया से बात करते हुए वाराणसी शहर उत्तरी के विधायक रविंद्र जायसवाल ने बताया कि केंद्र और प्रदेश सरकार के तरफ से आमजन के चलाई जा रही योजनाओं लोगों तक पहुंचाना पदयात्रा का लक्ष्य है। इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ता पंफलेट और बैनर पोस्टर के जरिए लोगों को सरकारी योजनाओं के प्रति जागरुक करने का काम कर रहे हैं।

राजनीतिक जानकारों के मुताबिक बीजेपी की कोशिश है कि लोकसभा चुनाव के पहले यूपी में फिर से माहौल बनाया जाए। इसके लिए पार्टी ने अपनी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए पार्टी संगठन के साथ ही अपने जनप्रतिनिधियों को लगा दिया है। पार्टी हर 15 दिन पर छोटे-छोटे कार्यक्रमों के जरिए अपने कार्यकर्ताओं को सक्रिय रखना चाहती है, ताकि इसका लाभ उसे लोकसभा चुनाव में मिल सके।

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