बीते दिनों दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क के भारत आने की अटकलें चल रही थी. लोकसभा चुनाव के बीच उनका भारतीय दौरा काफी अहम माना जा रहा था. लेकिन तभी अचानक से उन्होंने इस यात्रा को टाल दिया था. तबसे मीडिया में खबरें चल रही थी कि टेस्ला और एक्स के मालिक मस्क भारत के आम चुनाव के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं ताकि अगले पांच सालों के लिये चुनी गई सरकार से मीटिंग कर टेस्ला की कारों को भारतीय बाजारों में उपलब्ध कराया जा सके. हालांकि इसी बीच मस्क ने चीन पहुंचकर सबको चौंका दिया है.
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मस्क का स्वागत, ब्लिंकन का अपमान
एलन मस्क का चीन में शानदार तरीके से स्वागत किया गया. मस्क ने चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग से मुलाकात की. इस मुलाकात में उन्होंने टेस्ला की आगामी योजनाओं के बारे में चर्चा की. ली कियांग ने मस्क से कहा कि चीन का विशाल बाजार विदेशी उद्योग के लिए हमेशा खुला रहेगा. ली कियांग ने आगे कहा कि चीन हमेशा विदेशी निवेशकों को बेहतर कारोबारी माहौल देता है. वहीं उन्होंने चीन में टेस्ला के विकास को चीन-अमेरिका आर्थिक सहयोग का एक उदाहरण बताया. ली ने उम्मीद जताई है की चीन और अमेरिका के प्रमुख लीडर मिलेंगे और दोनों देशों के बीच स्थिर द्विपक्षीय संबंधों के विकास को बढ़ावा देंगे.
वहीं चीनी प्रधानमंत्री भले ही दोनों देशो के बीच रिश्तों में सुधार की बात कर रहे हों लेकिन दो दिन पहले ही अमेरिका के विदेशमंत्री एंटोनी ब्लिंकन जब चीन दौरे पर पहुंचे थे तब चीन ने बेहद ही रूखे तरीके से उनका स्वागत किया था. वहीं उनके स्वागत के लिये रेड कार्पेट तक नहीं बिछाया गया था. वहीं विदेशमंत्री के वापस जाते वक्त भी चीन की तरफ से कोई भी अधिकारी या सरकार के प्रतिनिधि की एयरपोर्ट पर मौजूदगी नहीं थी.
टेस्ला की कारों पर मंडरा रहा है बैन का खतरा
निक्की एशिया द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, चीन में बड़ी संख्या में ऑडिटोरियम और एग्जीबिशन सेंटर टेस्ला वाहनों को अपने यहां नहीं आने दे रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले इन वाहनों पर प्रतिबंध सिर्फ सैन्य ठिकानों तक के लिये था लेकिन अब राजमार्ग संचालक, स्थानीय प्राधिकरण एजेंसी, सांस्कृतिक केंद्र भी इन वहानों पर कथित रूप से प्रतिबंध लगाते जा रहे हैं. टेस्ला सभी पाबंदियों को हटाने को लेकर चीनी अधिकारियों से बातचीत कर रही है.
चीनी इलैक्ट्रिक कारों से है खतरा
मस्क ‘चाइना काउंसिल फॉर प्रमोशन ऑफ इंटरनैशनल ट्रेड ऑटोमोबाइल’ कंपनी के आमंत्रण पर पर रविवार को बीजिंग पहुंचे थे. बता दें चीन के बाजार में मस्क की कंपनी टेस्ला को पिछले कुछ वर्षों में चीनी ईवी निर्माताओं से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा है. इससे निपटने के लिये कंपनी ने चीन के प्रीमियम ईवी खंड में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखने के लिए अपने शंघाई में बने वाहनों की कीमतों में 6 फीसदी तक की कटौती की है.
जल्द होगी भारतीय बाजारों में एन्ट्री
एलन मस्क का भारत दौरा फिलहाल के लिये रद्द हो गया है लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि टेस्ला और मस्क लंबे समय के लिये भारतीय बाजार से दूर नही रह सकते हैं क्योंकि वर्तमान में भारत की अर्थव्यवस्था सबसे अधिक दर से विकास कर रही है. उम्मीद है कि मस्क का निकट भविष्य में भारतीय दौरा हो सकता है जिसमें वह टेस्ला कारों की भारतीय बाजार और भारतीय सड़कों में एन्ट्री की आधिकारिक घोषणा कर सकते हैं.