39 जिलों में आज सहकारी बैंकों का चुनाव, बीजेपी ने पहले ही लहराया जीत का परचम…
उत्तर प्रदेश के 56 जिलों में स्थित 39 जिला सहकारी बैंकों के चुनाव हो रहे हैं. आज बैंकों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए वोटिंग जारी है. इस चुनाव के लिए भाजपा ने सभी बैकों में कब्जा जमाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. बैंक के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव निदेशक मंडल के मेंबर करने वाले हैं. वैसे आधे से ज्यादा स्थानों में बीजेपी के प्रत्याशी पहले ही जीत चुके हैं. मालूम हो कि ये चुनाव जोनवाइस हो रहे हैं. पार्टी की ओर से अधिकांश जिला सहकारी बैंकों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई है. प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और सहकारिता चुनाव प्रभारी ब्रज बहादुर उपाध्याय ने चुनावी तैयारियों की समीक्षा की।
एक बैंक में दो से तीन जिले तक शामिल…
दरअसल प्रदेश में वर्ष 1980 में जिलों की संख्या 50 थी. उसी समय के जिलों की गणना के हिसाब से प्रदेश में 50 जिला सहकारी बैंक हैं. जैसे-जैसे जिलों की संख्या बढ़ती गई. तो डीसीबी बढ़ाने की जगह नए जिलों को उनके निकटवर्ती जिले की डीसीबी से ही जोड़ दिया गया. इनमें एक बैंक में दो से तीन जिले तक शामिल हैं. बैंक के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव निदेशक मंडल के सदस्य करेंगे. निदेशक मंडल में अधिकांश जगह भाजपा के प्रत्याशी पहले ही जीत चुके हैं. पार्टी ने सभी 39 डीसीबी में अपना कब्जा जमाने के लिए पूरी ताकत लगाई है।
यूपी के 39 जिलों में हो रहा चुनाव…
पश्चिम क्षेत्र में मुजफ्फरनगर-शामली, सहारनपुर, बिजनौर, रामपुर, मेरठ-बागपत, गाजियाबाद-हापुड़-गौतमबुद्ध नगर में चुनाव हो रहा है. ब्रज क्षेत्र में अलीगढ़-हाथरस, एटा-कासगंज, आगरा, मैनपुरी, मथुरा, बदायूं, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद शामिल हैं. कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में बांदा- चित्रकूट, हमीरपुर-महोबा, जालौन, झांसी, फतेहपुर, ललितपुर, कानपुर नगर और कानपुर देहात में जिला सहकारी बैंकों के चुनाव हो रहे हैं. काशी क्षेत्र में इलाहाबाद-कौशांबी, सुलतानपुर-अमेठी, मिर्जापुर-सोनभद्र और गाजीपुर जिला सहकारी बैंकों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए वोटिंग हो रही है.
भाजपा ने जीत के लिए झोंकी ताकत…
गोरखपुर क्षेत्र में आजमगढ़-मऊ, देवरिया-कुशीनगर, गोरखपुर-महराजगंज और सिद्धार्थनगर शामिल हैं. बीजेपी ने अयोध्या-अंबेडकर नगर में धर्मेंद्र सिंह टिल्लू, हरदोई में अशोक सिंह, लखीमपुर में विनीत मन्नार, लखनऊ में वीरेंद्र प्रताप सिंह, रायबरेली में विवेक सिंह, सीतापुर में विष्णु मौर्या, उन्नाव में अरुण प्रताप सिंह, सुलतानपुर-अमेठी में योगेंद्र सिंह और बहराइच-श्रावस्ती में जितेंद्र त्रिपाठी को अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित किया है. जिला सहकारी बैंकों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद का करीबी समर्थकों को टिकट दिलवाने में विधायक कामयाब रहे. प्रत्याशी चयन में विधायकों की धमक के साथ जातीय संतुलन भी देखा गया. चुनाव के लिए प्रशासनिक तैयारी पुख्ता है. बीजेपी ने जीत के लिए पूरा जोर लगा दिया है।
प्रत्याशी चयन में विधायकों का दबदबा…
जिला सहकारी बैंकों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर प्रत्याशी चयन में विधायकों का दबदबा रहा है. प्रदेश मुख्यालय पर प्रभाव रखने वाले विधायकों ने अपने करीबी समर्थकों के डीबीसी का अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का टिकट दिलाने में सफलता हासिल की है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि कुछ जगह प्रत्याशी चयन में जातीय संतुलन बिगड़ने पर महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने नाराजगी भी जताई है।
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