कैराना में री-पोलिंग में बम्पर मतदान
चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में कैराना, महाराष्ट्र में भंडारा गोंदिया और नगालैंड लोकसभा सीटों पर सोमवार को हुये उपचुनाव में मतदान के दौरान वीवीपैट मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतों को देखते हुये इन क्षेत्रों के 123 मतदान केन्द्रों पर आज वोटिंग हो रही है। इसमें कैराना के 73 और भंडारा गोंदिया के 49 मतदान केन्द्रों पर वोटिंग जारी है। वोटिंग सुबह सात बजे से शुरू हो गई है जो शाम छह बजे तक चलेगी।
कैराना के 73 बूथों में एक बजे तक 42.27 फीसदी मतदान, गंगोह और नकुड़ के बूथों पर भी बम्पर वोटिंग
– कैराना में री-पोलिंग में बम्पर मतदान, 73 बूथों में अब तक 38.73 प्रतिशत मतदान
– कैराना के 73 पोलिंग स्टेशन पर दोबारा वोटिंग हो रही है. शामली के बूथ नंबर 85 पर वोटिंग के दौरान लाइन में खड़े लोग
सभी 122 पुनर्मतदान केंद्र पर भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। एहतियात के तौर पर संवेदनशील इलाकों में खास चौकसी बरती जा रही है। चुनाव आयोग के सख्त संदेश के बाद कई केंद्रों को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। सुबह मतदान की गति मंद रही।
यूपी में एक बूथ पर ईवीएम गड़बड़ी की खबर
उत्तर प्रदेश राज्य चुनाव आयुक्त की कैराना के 73 बूथों पर पुनर्मतदान कराने की सिफारिश को चुनाव आयोग द्वारा माने जाने के बाद आज यहां मतदान शुरू हुआ। इस बीच आयोग ने गोंदिया के कलेक्टर का तबादला करने का आदेश दिया है।बता दें कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र सहित देश के अलग-अलग राज्यों में चार लोकसभा और नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव और कर्नाटक की एक सीट के नियमित चुनाव के मतदान के दौरान कई बूथों पर ईवीएम और वीवीपैट मशीनों में गड़बड़ी की खबरें सामने आई थी।
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इसके बाद चुनाव आयोग ने कैराना की 73, महाराष्ट्र के भंडारा-गोंदिया के 49 और नगालैंड के एक बूथ पर पुनर्मतदान कराने का फैसला किया। चुनाव आयोग ने कहा है नतीजे 31 मई को घोषित किए जाएंगे।बता दें कि सोमवार को उपचुनाव के दौरान कैराना और भंडारा-गोंदिया लोकसभा और नूरपुर विधानसभा क्षेत्र से बड़ी संख्या में ईवीएम और वीवीपैट मशीन खराब होने की शिकायत मिली थी। खुद चुनाव आयोग ने कैराना में 20.82 फीसद वीवीपैट मशीनों के बदले जाने की बात स्वीकार की थी।
महाराष्ट्र के भंडारा गोंदिया में 19.22 फीसद
वीवीपैट मशीनें ईवीएम से जुड़ी होती हैं, जिनमें गड़बड़ी के चलते कई जगह मतदान प्रभावित हुआ था। हालांकि, ईवीएम में खराबी को चुनाव आयोग ने बढ़ा-चढ़ाकर की गई शिकायत करार दिया है। वीवीपैट में खराबी के लिए भीषण गर्मी और मतदान कर्मियों की अनुभवहीनता को जिम्मेदार ठहराया है।
कैराना के अलावा महाराष्ट्र के भंडारा-गोंदिया में 19.22 फीसद और पालघर लोकसभा क्षेत्र में 13.16 फीसद वीवीपैट खराब होने की वजह से बदलनी पड़ी थीं। इतनी बड़ी तदाद में वीवीपैट खराब होने से चुनाव आयोग की साख पर भी सवाल उठ रहे हैं।
गौरतलब है कि राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग से पुनर्मतदान कराने की मांग की थी। सबसे पहले भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल ईवीएम में गड़बडि़यों की शिकायतें लेकर चुनाव आयोग पहुंचा था। बाद में सपा के रामगोपाल यादव, रालोद अध्यक्ष अजित सिंह और कांग्रेस के आरपीएन सिंह भी चुनाव आयुक्त से मिले थे। आयोग ने मंगलवार को इस मामले में अपने पर्यवेक्षकों से रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद पुनर्विचार किया और यह फैसला लिया है।
पालघर, आइएएनएस: पालघर में सोमवार रात मतदान खत्म होने के बाद एक चुनाव अधिकारी ने वीवीपैट और ईवीएम मशीनों को अपनी निजी कार से स्ट्रांगरूम तक पहुंचाया। बाद में उसे निलंबित कर दिया गया।
पालघर के कलेक्टर ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि चुनाव क्षेत्रीय कार्यालय से रिपोर्ट मिली है। मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। बताया जाता है कि चुनाव अधिकारी बसआने का इंतजार करते-करते थक गया था और इसी वजह से उसने अपनी निजी कार मंगाकर मशीनें भिजवाई।
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