धरती के जूनियर भगवान की धमकी इमरजेंसी,ICU में भी होगा हड़ताल
सर सुंदरलाल अस्पताल में मारपीट करने वाले छात्रों की गिरफ्तारी की मांग
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से सभी सेवाएं प्रभावित हो रही हैं आलम यह है कि मरीज को लेकर लोग भटक रहे हैं। बीएचयू में सबसे ज्यादा मरीज वाराणसी के आसपास के जिलों और बिहार, झारखंड से आते हैं, 20 सितंबर से जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं, वार्ड और इमरजेंसी की सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित है, वहीं आज जूनियर डॉक्टरों ने धमकी दिया की अगर मांगे नहीं मानी गई तो इमरजेंसी और आईसीयू से भी हड़ताल कर देंगे और कुलपति आवास का भी घेराव किया जाएगा।
20 सितंबर से जूनियर डॉक्टर हैं हड़ताल पर
बता दें कि 20 सितंबर को सर सुंदरलाल अस्पताल में बीएचयू के कुछ छात्र दिखाने के लिए आए हुए थे इतने में किसी बात को लेकर छात्रों के गुटों में विवाद हो गया जिसके बाद छात्रों ने जूनियर डॉक्टरों को पीट दिया। इसी बात से आक्रोशित होकर जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए। सर सुंदरलाल अस्पताल के सभी वार्डों से जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं जिसका खामियाजा दूर दराज से आने वाले मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। बीएचयू में एक दिन में ओपीडी में अलग-अलग विभागों में लगभग 10 हजार से ज्यादा मरीज अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं। इतना ही नहीं बीएचयू में होने वाली सर्जरी भी जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल से प्रभावित हुई है। एक दिन में बीएचयू में 300 से ज्यादा सर्जरी होती है। जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि हमलावरों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी किया जाए नहीं तो आईसीयू की सेवाएं भी बंद कर दी जाएगी।
जूनिटर डॉक्टरों की हड़ताल से सभी विभाग के कार्य प्रभावित
बीएचयू में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से मेडिसीन, सर्जरी, जनरल ओपीडी सभी की व्यवस्थाएं ठप्प हो गई है बीएचयू में प्रतिदिन 10 हजार से अधिक मरीज दिखाने के लिए आते है इनमें से लगभग 500 से अधिक मरीजों को भर्ती किया जाता है। इन सभी मरीजों की देखरेख की जिम्मेदारी जूनियर डॉक्टरों के कंधों पर ही होती है। सर सुंदरलाल अस्पताल में 2000 बेड इमरजेंसी और 600 बेड ट्रॉमा सेंटर में हैं। इन सभी बेड पर भर्ती मरीजों की देखरेख जूनियर डॉक्टर ही करते हैं। अब जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल से सभी सेवाएं प्रभावित है।
हड़ताल के चलते मरीजों की आई सामत
बिहार से अपने पति के इलाज के लिए सर सुंदरलाल अस्पताल पहुंची रीता ने बताया कि हमारे पति का पथरी के ऑपरेशन का डेट दिया गया था लेकिन मैं अपने पति को लेकर पिछले 3 दिनों से बीएचयू में परेशान हूं हमारा यहां कोई भी जानने वाला नहीं है जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से सभी सेवाएं प्रभावित है। समझ में नहीं आ रहा क्या करुं। वहीं जौनपुर से चलकर बीएचयू आए रामलाल ने बताया कि मैं पिछले तीन दिनों से बीएचयू का चक्कर काट रहा हूं मेरे ससुर का ऑपरेशन का डेट दिया गया था लेकिन इस हड़ताल के चलते सभी सेवाएं प्रभावित है।
आईसीयू और इमरजेंसी में भी हड़ताल करने की दी धमकी
सर सुंदरलाल अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों ने बीएचयू प्रशासन को धमकी दी है कि जल्द ही मारपीट करने वाले छात्रों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो आईसीयू और इमरजेंसी में भी हड़ताल कर देंगे। जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से ट्रॉमा सेंटर और इमरजेंसी मिलाकर 2600 बेड पर भर्ती मरीजों पर इसका सीधा-सीधा असर पड़ने वाला है।
जूनियर डॉक्टर मनमानी करने पर आमादा
आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो. एस के सिंह और अस्पताल के कार्यवाहक प्रोफेसर अंकुर सिंह ने बाकायदा प्रेस रीलीज जारी कर जूनियर डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील किए थे लेकिन जूनियर डॉक्टर अपनी मनमानी करने पर आमादा हैं। बीएचयू के वीसी के द्वारा काम पर लौटने की अपील को भी नजर अंदाज कर दिए जूनियर डॉक्टर। जूनियर डॉक्टर अपनी मनमानी करने पर आमादा हैं हड़ताल से दूर दराज से आने वाले मरीजों पर इसका असर सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है दूसरे प्रदेश से आकर बीएचयू में हड़ताल खत्म होने के इंतजार में हैं मरीज।
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