जामिया में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने एक भी गोली नहीं चलाई: 10 गिरफ्तार, कोई छात्र नहीं
गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ रविवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में हुए हिंसक प्रदर्शनों के दौरान पुलिस की तरफ से एक भी गोली नहीं चलाई गई थी। जो एफआईआर दर्ज करायी गयी है, उसमें 15 लोग हैं। आरोप है कि पुलिस ने गोली चलाई थी।
आसामाजिक तत्वों का पता लगाया जा रहा है
ऐसे आरोप लग रहे थे कि पुलिस ने जामिया में प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं थी। अधिकारियों ने यह भी बताया कि प्रदर्शन के संबंध में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कुछ और आसामाजिक तत्वों का पता लगाया जा रहा है।
सभी आरोपी आपराधिक पृष्ठभूमि के
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के दौरान दिल्ली के जामिया नगर इलाके में हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं और इनमें कोई भी छात्र नहीं है। बता दें कि साउथ दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में हुई हिंसा के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने 2 FIR दर्ज कर दी थी।
आरोप थे कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं थीं
गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ रविवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में हुए हिंसक प्रदर्शनों के दौरान पुलिस की तरफ से एक भी गोली नहीं चलाई गई थी। ऐसे आरोप लग रहे थे कि पुलिस ने जामिया में प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं थी। अधिकारियों ने यह भी बताया कि प्रदर्शन के संबंध में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कुछ और आसामाजिक तत्वों का पता लगाया जा रहा है। दिल्ली पुलिस की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए अधिकारियों ने कहा, “दिल्ली पुलिस ने जामिया में प्रदर्शन के दौरान एक भी गोली नहीं चलाई थी। गिरफ्तार किए गए सभी 10 व्यक्तियों की आपराधिक पृष्ठभूमि रही है। और आसामाजिक तत्वों की तलाश जारी है।” संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान बसों समेत कई वाहनों को आग लगा दी गई थी और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया था।
एजेंसियां