Diwali 2024 : बाजारों में इको- फ्रेंडली पटाखों की धूम
वाराणसी: दीवाली पर अक्सर लोग पटाखे जलाकर आतिशबाजी करते हैं और दीपावली मनाते हैं. लोग परिवार के साथ वह इस त्योहार को सेलिब्रेट करते हैं. इस बार काशी के बाजारों में ग्रीन पटाखे बेचे जा रहे हैं. ताकि इस दीवाली क्षेत्र के आबोहवा को ज्यादा नुकसान न हो. इसके लिए शासन जिला प्रशासन और नगर निगम अलग अलग क्षेत्र में पिछले कई दिनों से प्रचार प्रसार कर रहा है. ताकि लोग ग्रीन पटाखों से दीवाली मनाए.
लोगों में इको- फ्रेंडली पटाखों का उत्साह….
बता दें कि,लंका थाना क्षेत्र अंतर्गत ब्रिज एंक्लेव कॉलोनी स्थित मुंशी प्रेमचंद पार्क और स्वयंवर वाटिका में पूरे दिन पटाखा खरीदने वालों की भीड़ जुटी रही. काशी के लगभग सभी बाजारों में इस बार ग्रीन पटाखों की भरमार है. डिमांड भी इसकी खूब है. पटाखा के थोक विक्रेता सोनू सोनकर और दुकानदार सपना ने बताया कि अन्य पटाखों के तुलना में ग्रीन पटाखा काफी हद तक पर्यावरण के अनुकूल है. उन्होंने बताया कि इससे प्रदूषण कम फैलता है. उन्होंने बताया कि इस बार जागरूक ग्राहक ग्रीन पटाखे की खरीदारी भी खूब कर रहे हैं. दुकान पर पटाखा खरीदने आए ग्राहक मदनलाल मौर्य ने लोगों से अपील किया कि वह इस दीवाली को इको फ्रेंडली दीवाली के रूप में मनाए.
इको- फ्रेंडली पटाखों से प्रदूषण कम…
उन्होंने बताया कि ग्रीन पटाखे से करीब 20 प्रतिशत पीएम निकलता है. जबकि 10 प्रतिशत गैस उत्सर्जित हो जाती है. ग्रीन क्रैकर्स फ्लावर पॉट्स, पेंसिल, स्पार्कल्स और चोकर से बनाए जाते हैं. इसलिए ग्रीन पटाखे वायु को कम प्रदूषित करते हैं. ग्रीन पटाखे आकार में छोटे होते हैं. इन्हें बनाने में रॉ मैटीरियल का भी कम इस्तेमाल होता है.
पटाखा बाजार को अनुमति…
बता दें कि हर बार की तरह इस बार भी दीपावली पर होने वाली आतिशबाजी को देखते हुए जिला प्रशासन ने शहर के कई स्थानों पर तीन दिवसीय अस्थायी पटाखा बाजार की अनुमति दी है. इन सभी स्थानों पर 15 से 20 दुकानें 3 दिन का अस्थायी लाइसेंस लेकर लगाई गई है. सरकार और कोर्ट की गाइडलाइन के अनुरूप है. इन दुकानों पर ग्रीन पटाखा बेचे जा रहे हैं.इन दुकानों में सुरक्षा की दृष्टि से फायर एक्सटेंशन की व्यवस्था की गई है. साथ ही पानी की बाल्टी और बालू की बोरियां रखीं गई है. ताकि की किसी भी अनहोनी से बचा जा सके. वाराणसी में सिद्धगिरीबाग, नाटी इमली मैदान, नगवा, कटिंग मेमोरियल स्कूल का मैदान, बेनियाबाग आदि कई स्थानों पर अस्थायी बाजार लगाया गया है.
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सिध्दगिरि बाग में सजा है अस्थायी बाजार
वाराणसी में स्थानों के साथ ही साथ शहर के सिगरा इलाके के सिद्धगिरीबाग में अस्थायी पटाखे की मार्केट सजाई गई है. यहां कुल 15 दुकानें लगाईं गई है. दुकानदार अमन ने बताया राम कृष्ण विद्या मंदिर में अस्थायी लाइसेंस मिलने के बाद आतिशबाजी की दूकान लगाईं है. पिछले 5 साल से यहां दुकान लगा रहे हैं. आज से मार्केट शुरू हुई है.
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एक अन्य दुकानदार ने बताया हमें तीन दिन का लाइसेंस मिलता है. शाकर खान ने बताया हम पुराने आतिशबाज है. ऐसे में शादी विवाह में जलाई जाने वाली महताबी. मिटटी वाला हमारे पास मौजूद है. जिनकी कीमत 120 रुपए से लेकर 1200 रुपए तक है. शाकिर ने बताया हरित पटाखे ज्यादा हैं. इसके अलावा सुरक्षा के संपूर्ण इंतजाम यहां प्रशासन द्वारा किया गया है.