एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में दिव्या ने जीता स्वर्ण पदक

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एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के तीसरे दिन भारत ने स्वर्णिम शुरुआत की है। बृहस्पतिवार को भारत की महिला पहलवान दिव्या काकरान ने 68 किग्रा भारवर्ग में जापानी खिलाड़ी नारुहा मत्सुयुकी को हराकर गोल्ड अपने नाम कर लिया। दिव्या अब एशियाई चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली दूसरी भारतीय पहलवान बन गई हैं। उनसे पहले नवजोत कौर ने 2018 में गोल्ड अपने नाम किया था।
नई दिल्ली के केडी जाधव स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में दिव्या ने शानदार प्रदर्शन किया और भारत के लिए टूर्नामेंट का दूसरा गोल्ड मेडल जीता। इसी के साथ भारत की झोली में अब दो गोल्ड सहित कुल छह पदक हो चुके हैं। काकरान ने एक के बाद एक चार खिलाड़ियों को हराया, उन्होंने कजाखस्तान, मंगोलिया, उज्बेकिस्तान और आखिरी में जापानी खिलाड़ी को शिकस्त दी।

वहीं भारत की तीन अन्य खिलाड़ियों ने भी फाइनल में अपनी जगह पक्की की। निर्मला देवी (50 किग्रा), पिंकी (55 किग्रा) और सरिता मोरे (59 किग्रा) में स्वर्ण पदक के लिए दम लगाएंगी।

एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में दिव्या ने जीता स्वर्ण पदक

एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के तीसरे दिन भारत ने स्वर्णिम शुरुआत की है। बृहस्पतिवार को भारत की महिला पहलवान दिव्या काकरान ने 68 किग्रा भारवर्ग में जापानी खिलाड़ी नारुहा मत्सुयुकी को हराकर गोल्ड अपने नाम कर लिया। दिव्या अब एशियाई चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली दूसरी भारतीय पहलवान बन गई हैं। उनसे पहले नवजोत कौर ने 2018 में गोल्ड अपने नाम किया था।
नई दिल्ली के केडी जाधव स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में दिव्या ने शानदार प्रदर्शन किया और भारत के लिए टूर्नामेंट का दूसरा गोल्ड मेडल जीता। इसी के साथ भारत की झोली में अब दो गोल्ड सहित कुल छह पदक हो चुके हैं। काकरान ने एक के बाद एक चार खिलाड़ियों को हराया, उन्होंने कजाखस्तान, मंगोलिया, उज्बेकिस्तान और आखिरी में जापानी खिलाड़ी को शिकस्त दी।

वहीं भारत की तीन अन्य खिलाड़ियों ने भी फाइनल में अपनी जगह पक्की की। निर्मला देवी (50 किग्रा), पिंकी (55 किग्रा) और सरिता मोरे (59 किग्रा) में स्वर्ण पदक के लिए दम लगाएंगी।

स्वर्ण पदक विजेता सरनोबत ने कहा, खेलो इंडिया के कारण कई बच्चे खेलों में आने को प्रेरित हुए

एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज राही सरनोबत का मानना है कि खेलो इंडिया खेलों के कारण देश में कई बच्चे खेलों में भाग लेने को प्रेरित हुए। सरकार ने खेलो इंडिया के तीन चरण के जरिए कई प्रतिभाओं का चयन किया है और अब 22 फरवरी से एक मार्च तक ओड़िशा में खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों के शुरूआती चरण का आयोजन किया गया है।
सरनोबत ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि कुछ कॉलेज और विश्वविद्यालय अपने छात्रों को खेलों में हिस्सा लेने और पढ़ाई के अलावा अन्य चीजों पर ध्यान लगाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। मैं सचमुच खेलों इंडिया विश्वविद्यालय खेलों की प्रशंसा करती हूं। कई बच्चे अब खेलों में भाग लेने को प्रेरित हो रहे हैं और खेलो इंडिया खेलों जैसे टूर्नामेंट में भाग ले रहे हैं।

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