सुनंदा पुष्कर मौत मामले में डीसीपी को पेश होने का निर्देश
सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में अदालत ने सोमवार को दिल्ली के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को पेश होने व यह बताने के लिए कहा कि क्यों पुलिस को होटल लीला पैलेस के कमरा नंबर 345 की जांच के लिए और समय दिया जाए? पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर लीला होटल के इसी कमरे में जनवरी 2014 में मृत पाई गईं थीं।
Read more : …ताकि ‘गरीबी’ इन बच्चों के ‘भविष्य’ में रोड़ा न बनें
अदालत के समक्ष पेश होने को कहा
महानगर दंडाधिकारी धर्मेद्र सिंह ने मामले से संबंधित पुलिस उपायुक्त को अदालत के समक्ष पेश होने को कहा। उन्होंने कहा कि लीला पैलेस का यह कमरा 17 जनवरी 2104 से बंद है। इसे खोलने के आदेश के बावजूद पुलिस जांच के नाम पर और समय मांग रही है।
कुछ और समय तक कमरे को सील रखने की मांग की
पुलिस ने अदालत से कहा कि उसने कमरे से जुटाए गए कुछ अन्य सामानों को सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (सीएफएसएल) को भेजा है और उसने कुछ और समय तक कमरे को सील रखने की मांग की क्योंकि उसे और साक्ष्य जुटाने हैं।
डीसीपी अगली सुनवाई के दौरान पेश हों
अदालत ने कहा कि जांच एजेंसी के ढीले व सुस्त रवैये की वजह से अदालत चाहती है कि डीसीपी 12 सितंबर को अगली सुनवाई के दौरान पेश हों।
होटल को लगातार हानि में नहीं रखा जा सकता
अदालत ने 21 जुलाई को कमरा नंबर 345 को खोलने का आदेश दिया था। अदालत ने कहा था कि जांच दल द्वारा मौत के कारणों की वजह का पता नहीं लगा पाने के कारण होटल को लगातार हानि में नहीं रखा जा सकता।
कमरे तीन साल से ज्यादा समय तक बंद हैं
होटल ने अदालत को बताया था कि कमरे के तीन साल से ज्यादा समय तक बंद होने से दीमक व अन्य कीड़े-मकौड़ों ने कमरे और इसके आसपास के भाग को खराब कर दिया है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)