यूपी उपचुनाव : अब इसका सीधा असर पड़ेगा राज्यसभा पर
गोरखपुर और फूलपुर संसदीय सीट पर उपचुनाव के नतीजों का सीधा असर आगामी राज्यसभा चुनाव पर भी पड़ सकता है। उपचुनाव में दिखी विपक्ष की यह मजबूती उन विधायकों को एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर सकती है जो भविष्य में बीजेपी के प्रति सॉफ्ट कॉर्नर थे या यूं कहें कि जिनके बल पर बीजेपी अपने नवें प्रत्याशी को जिताने का मंसूबा पाले बैठी है।
11 प्रत्याशी बीजेपी के या उसके समर्थन वाले हैं
यूपी से रिक्त हो रहीं 10 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव प्रक्रिया चल रही है। इन सीटों के लिए 13 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें 11 प्रत्याशी बीजेपी के या उसके समर्थन वाले हैं, जबकि एक-एक प्रत्याशी एसपी और बीएसपी का है। 23 मार्च को राज्यसभा के लिए वोट पड़ने हैं। एसपी के पास 47 विधायक हैं और अपना प्रत्याशी जिताने के बाद उसके पास 10 वोट बच रहे हैं।
also read : यूपी उपचुनावः …लेकिन पिक्चर अभी बाकी है
बीएसपी के पास 19 वोट हैं, जबकि जीत के लिए 37 वोट चाहिए। बाकी वोटों के लिए ही बीएसपी और एसपी के बीच समझौता हुआ था। तय हुआ था कि उपचुनाव में बीएसपी दोनों सीटों पर एसपी प्रत्याशियों का समर्थन करेगी और जवाब में एसपी राज्यसभा चुनाव में अपने बच रहे 10 वोट बीएसपी प्रत्याशी को दिलवाएगी।
बीजेपी नेताओं को इसका आश्वासन भी दे रखा था
इसके साथ ही कांग्रेस अपने 7 वोट और आरएलडी अपना एक वोट बीएसपी प्रत्याशी को देने की घोषणा कर चुकी है। विशेषज्ञों का मानना था कि बीजेपी इन्हीं वोटों में सेंध लगाने की कोशिश में जुटी थी और कई विधायकों ने बीजेपी नेताओं को इसका आश्वासन भी दे रखा था। हालांकि, उपचुनाव के परिणाम जिस तरह विपक्ष के समझौते के साथ दिखे, उससे माना जा रहा है कि विपक्ष के विधायक अब इधर-उधर जाने से पहले एक बार सोचेंगे जरूर।
NBT
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)