अब पुलिसवाले बनेंगे स्मार्ट, मिलेगी ऐसी ट्रेनिंग
यूपी पुलिस की छवि को और भी ज्यादा बेहतर बनाने के लिए डीजीपी ओपी सिंह ने एक और नया कदम उठाया है। जिसके तहत पुलिस अधिकारी अब लॉ के विद्यार्थियों को पुलिस के दांव पेच के बारे में बताएँगे।
डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय और यूपी पुलिस के बीच बुधवार को एक एमओयू साइन किया गया है। जहाँ एक ओर पुलिस अधिकारी स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग के दौरान पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में बताएँगे तो वहीं यूनिवर्सिटी भी पुलिसकर्मियों के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम भी आयोजित करेगी।
पुलिस अधिकारियों को भी मिलेगी ट्रेनिंग
पुलिस अकैडमिया इंट्रैक्शन फोरम बनाया जाएगा, जिसमें डीजीपी ओपी सिंह और लोहिया के वीसी प्रो. एसके भटनागर समेत पुलिस के अन्य आला अधिकारी शामिल होंगे। इस दौरान विद्यार्थियों को एफआईआर, धाराओं और इससे जुड़ी कई जानकारी देने के लिए एक महीने की इंटर्नशिप करवाई जाएगी।
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शुरुआत में यह ट्रेनिंग पुलिस हेडडक्वॉर्टर के निर्देशन में होगी, जहां से बाद में विद्यार्थियों को थानों के पुलिस ऑफिसर से अटैच कर दिया जाएगा। इस दौरान विद्यार्थियों को पुलिस ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, स्टेट फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी, जेल, स्टेट लीगल सर्विस अथॉरिटी, साइबर सेल और पुलिस की अन्य यूनिट का दौरा करवाया जाएगा। एक महीने बाद इंटर्नशिप की रिपोर्ट जमा करनी होगी। इस रिपोर्ट के आधार पर ही विद्यार्थियों को नम्बर दिए जायेंगे।
स्टूडेंट्स को मिलेगी बेसिक जानकारी
विश्वविद्यालय और पुलिस विभाग द्वारा समय समय पर कॉन्फ्रेंस, वर्कशॉप और परिचर्चाओं का आयोजन किया जाएगा। जिसमें अकैडमिया के लॉ एक्सपर्ट, कॉलेजों के आईटी एक्सपर्ट और पुलिस के अधिकारी मिलकर चर्चा करेंगे। इसमें पुलिस इन्वेस्टिगेशन प्रॉसेस, सबूतों का संकलन, ट्रायल की मॉनिटरिंग और समन्वय समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
यह एक बेहतर प्रयास है, जहां पुलिस और अकैडमिया मिलकर एक दूसरे के साथ काम करेंगे। इससे विद्यार्थियों को पुलिस की प्रक्रियाओं की बेसिक जानकारी हो सकेगी। पुलिस और स्टूडेंट्स के बीच समन्वय बैठाने का ये एक सराहनीय प्रयास है।
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