देवरिया कांड : योगी सरकार के रडार पर सैकड़ों पुलिसकर्मी
देवरिया के मां विंध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण गृह कांड की जांच में जुटी एसआइटी ने बीते सोमवार को मौके पर पहुंच संरक्षण गृह का ताला खुलवाकर अंदर मौजूद दस्तावेजों को खंगाला। एसआइटी(SIT) की टीम जब अंदर पहुंची तो बिजली नहीं थी।
। कमरों में चारों तरफ अंधेरा छाया हुआ था। इस पर अंधेरे में लड़कियों को रखे जाने पर हैरानी जताई। बालगृह की संचालिका कंचनलता को लेकर बाल गृह पहुंची थी। एसआईटी और फॉरेंसिक की टीम ने बालगृह में करीब 5 घंटे मौजूद रही।
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खबरों के मुताबिक एसआईटी को कई अहम सुराग मिले हैं। विजिटर रजिस्टर से लेकर फोटो एलबम, मोबाइल चिप जैसी कई अहम सुराह हाथ लगे हैं। बालिका गृह में मिले इन अहम चीजों से एसआईटी को गिरिजा के करीबियों तक पहुंचने में मदद मिल सकती है।
122 पुलिस कर्मियों पर गिर सकती है गाज
संरक्षण गृह कांड में कोतवाली, चौकी प्रभारी और सीओ के निलंबन के बाद पुलिसकर्मियों की बेचैनी और भी बढ़ गई है। संस्था की मान्यता रद्द होने के बाद भी संरक्षण गृह पहुंचाने के मामले में जिले के 122 इंस्पेक्टर-एसआई चिन्हित किए गए हैं जिनपर कार्रवाई हो सकती है।
बाल कल्याण समिति पर होगी एफआईआर
बालिका बालगृह में बच्चों को रखे जाने के मामले में लापरवाही बरतने वाली बाल कल्याण समिति को पहले ही भंग किया जा चुका है। इसके साथ ही अब उसपर मुदमा दर्ज कराने की तैयारियां शुरु हो गई हैं। शासन के निर्देश पर डीपीओ ने सदर कोतवाली में तहरीर भी पेश कर दी है। फिलहाल मुकदमा दर्ज करने से पहले पुलिस अधीक्षक देवरिया के निर्देश का इतंजार किया जा रहा है।
पीड़िता ने किया लाल कार का जिक्र
बालगृह बालिका कांड की जांच में जुटी एसआईटी ने गिरिजा के परिवार की लाल कार को भी अपने कब्जे में ले लिया है। फॉरेंसिक टीम ने इसके अंदर से भी नमूने लिए हैं। गौरतलब है कि संरक्षण गृह से भाग कर एक लड़की ने एक लाल रंग की कार का जिक्र किया था। ऐसा माना जा रहा है कि ये वही कार हो सकती है। फिलहाल इसकी जांच की जा रही है।
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