देश भर में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ प्रदर्शन,ठंड में भी गर्म रहा जामिया का माहौल
शनिवार दिल्ली का सबसे सर्द दिन रहा। लेकिन जामिया का माहौल गर्म बना रहा। यहां कड़ाके की ठंड के बीच प्रदर्शनकारी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ अपना विरोध जताने पहुंचे। कानूनी पचड़े में फंसे छात्रों व पुलिस कार्रवाई में चोटिल छात्रों को कानूनी मदद देने के लिए सुप्रीम कोर्ट के कई वकील व कानूनी विशेषज्ञ भी जामिया आए।
देश की कई हिस्सों में लोग इसका विरोध करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं
नागरिकता संशोधन बिल को लेकर अभी भी देश में विरोध जारी है। देश की कई हिस्सों में लोग इसका विरोध करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। आज कई हिस्सों में लोगों ने प्रदर्शन रैली निकाली है।तमिलनाडु में तौहीद जमात ने विरोध मार्च निकाला। जिसमें कई हजार लोगों ने हिस्सा लिया। इस दौरान लोगों ने अपने हाथों में झंड़े और कानून के विरोध में लिए नारों के पोस्टर लिए हुए थे। दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी मुंबई में इस कानून के खिलाफ मार्च का आयोजन किया है।
सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ प्रदर्शन
कर्नाटक के शिवमोग्गा में ईदगाह मैदान में नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act), नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (NRC) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) के खिलाफ लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।
नागरिकता बिल के खिलाफ टीएमसी का धरना
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस पर नागरिकता (संशोधन) कानून और एनआरसी के खिलाफ धरना दिया। टीएमसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इश घरना प्रदर्शन में भाग लिया। राज्य भर में प्रदर्शन, पार्टी सूत्रों ने कहा राज्य के वरिष्ठ मंत्री पार्थ चटर्जी और फिरहाद हकीम भी टीएमसी नेताओं में से थे जो धरने का हिस्सा बने।
सेना प्रमुख का सरकार को समर्थन देना शर्मनाक
कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शनों में यूनिवर्सिटी के छात्रों के शामिल होने पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बयान पर टिप्पणी की। शनिवार को उन्होंने तिरुवनंतपुरम के कार्यक्रम में कहा कि सेना प्रमुख का सरकार को समर्थन देना शर्मनाक है। जैसे हम सेना को जंग लड़ने के बारे में नहीं बता सकते ठीक वैसे ही नेता क्या करें यह बताना सेना का काम नहीं है। मैं जनरल रावत से अपील करता हूं कि आप सेना की अगुवाई करते हैं, अपने काम से मतलब रखिए।