‘आदिपुरुष’ को बैन करने की मांग, धार्मिक ग्रंथ को अपमानित कर रही फिल्म
16 जून को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म आदिपुरुष का हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। हिंदूवादी संगठन फिल्म को बैन करने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही हिंदूवादी संगठन फिल्म निर्माताओं के खिलाफ हाई कोर्ट में मुकदमा पंजीकृत करने तैयारी में हैं। हिंदूवादी संगठन द्वारा इस फिल्म को परमिट देने पर सूचना प्रसारण मंत्रालय पर भी सवाल खड़े किये जा रहे हैं।
फिल्म के डॉयलॉग्स पर बवाल
बता दें, थिएटर में फिल्म आदिपुरुष की रिलीज पर लोग भारी संख्या में फिल्म को देखने तो पहुंचे। लेकिन फिल्म के डॉयलॉग्स ने दर्शकों को काफी निराश कर दिया। सोशल मीडिया पर लोग फिल्म आदिपुरुष की पूरी टीम को जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं। लोगों का कहना है कि फिल्म की थीम धार्मिक ग्रंथ पर रखी थी किरदार का व्यवहार और डायलॉग्स सड़क-छाप भाषा में क्यों लिखे गए। लोगों का मानना है कि इस फिल्म के जरिए हिंदू सनातन धर्म की संस्कृति और पवित्र ग्रंथ का अपमान किया गया है।
आदिपुरुष एक बड़ा षड्यंत्र
हिंदूवादी संगठन के अध्यक्ष अजय तोमर का कहना है कि फिल्म आदिपुरुष एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है। इस फिल्म के माध्यम से रामायण को प्रभु श्री राम, लक्ष्मण, माता सीता, हनुमान जी और रावण को अपमानित करने का प्रयास किया गया है। उनके किरदारों के साथ छेड़छाड़ की गई है। जिससे करोड़ों हिंदुओं की धार्मिक भावनायें आहत हुई हैं हिंदु समाज को भ्रमित करने की साजिश रची गई है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
फिल्म में सीता माता का गलत चित्रण
अखिल भारत हिंदू महासभा ने कहा है कि आदिपुरुष फिल्म में सनातन धर्म का अपमान किया गया। भगवान राम हनुमान जी और सीता माता का गलत चित्रण और गलत डायलॉग दिखा कर अपमानित किया गया।
आगरा में फिल्म को बैन करने की मांग
इसी के तहत आगरा में फ़िल्म प्रदर्शन के दौरान योगी यूथ ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने मेहर टाकीज पर नारेबाजी की। योग यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं का नेतृत्व करते हुए फिल्म को बैन करने की मुहिम चलाई है। योगी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर अजय तोमर ने फिल्म आदिपुरुष के द्वारा सनातन धर्म एवं हिंदुओं के धार्मिक ग्रंथों को अपमानित करने का आरोप लगाया है। आरोल लगाते हुए उन्होंने फिल्म को बैन करने की मांग की है।
लखनऊ में फिल्म के खिलाफ तहरीर
फिल्म आदिपुरुष में को लेकर राजधानी लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में तहरीर दी गई है। आदिपुरुष फिल्म की स्टारकास्ट, डायलॉग राइटर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर के खिलाफ अखिल भारत हिंदू महासभा ने तहरीर दी है। अखिल भारत हिंदू महासभा ने मांग रखी है कि अगर नेपाल में आदि पुरुष को बैन किया जा सकता है तो उत्तर प्रदेश सरकार भी फिल्म को बैन करे। अखिल भारत हिंदू महासभा ने कहा है कि आदिपुरुष फिल्म में सनातन धर्म का अपमान किया गया। भगवान राम हनुमान जी और सीता माता का गलत चित्रण और गलत डायलॉग दिखा कर अपमानित किया गया।
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सीएम योगी से की बैन करने की मांग
अजय तोमर ने यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फिल्म को बैन करने की मांग की है। इसके साथ ही हाईकोर्ट में फिल्म से संबंधित कलाकारों के खिलाफ मुकदमा दायर करने की बात भी कही है। फिल्म में ऐसे डायलॉग हैं, जो सनातन आस्था और सनातन प्रेमियों के हृदय को ठेस पहुंचाते हैं। फिल्म में दर्शाए गए रामायण के सभी पात्र रामायण की कहानी के बिल्कुल उलट हैं, यह हमारे धर्म ग्रंथों और हमारी संस्कृति पर कुठाराघात है।
सियासी दलों ने भी किया फिल्म का विरोध
अब सियासी दल भी फिल्म आदिपुरुष का बहिष्कार कर रहे हैं। राष्ट्रीय लोकदल ने फिल्म आदिपुरुष को बैन करने की मांग की है। आरएलडी के प्रदेश अध्यक्ष ( व्यापार) रोहित अग्रवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फिल्म उत्तर प्रदेश में बैन करने के लिए पत्र लिखा है। रोहित ने लिखा है कि 16 जून 2023 को रिलीज हुई फिल्म आदिपुरुष को उत्तर प्रदेश में प्रतिबंधित किया जाए। फिल्म निर्माताओं ने इस फिल्म को रामायण पर आधारित बताया है। लेकिन इसका कोई भी किरदार हमारे धर्म ग्रंथों की मर्यादाओं के अनुसार नहीं है। रोहित ने पत्र में लिखा है कि फिल्म में अमर्यादित और फूहड़ भाषा का इस्तेमाल किया गया है।
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