अच्छा तो, अभी 40 बार और ‘SORRY’ बोलेंगे केजरीवाल?
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और कांग्रेस के सीनियर लीडर कपिल सिब्बल के बेटे अमित सिब्बल से भी माफ़ी मांग ली है। इन तीनों से पहले केजरीवाल बीजेपी के पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना से भी माफी मांग चुके हैं।
इन सभी ने ही आरोपों के जवाब में केजरीवाल उनके साथियों पर मानहानि का मुकदमा दायर कर रखा था। बता दें कि केजरीवाल पर देश भर में ऐसे करीब 40 मुक़दमे दर्ज हैं और सवाल यही उठने लगा है कि वो क्या अब 40 बार सॉरी बोलेंगे।
केजरीवाल पर 40 जबकि मनीष पर 7 मुक़दमे
आम आदमी पार्टी की लीगल टीम में काम करने वाले एडवोकेट इरशाद बताते हैं कि सीएम केजरीवाल पर देश भर में करीब मानहानि के 40 मुक़दमे दर्ज हैं। इनमें से 20 ऐसे हैं जिनमें तो अभी नोटिस भी जारी नहीं हुई है। लीगल टीम के मुताबिक फ़िलहाल 5 केस दिल्ली हाईकोर्ट में, 5 केस यूपी में, 1 केस आसाम, 1 बेंगलुरु और 2 महाराष्ट्र में चल रहे हैं जिनमें उन्हें पेश होने का नोटिस मिला हुआ है।
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40 में से 5 केस सिविल के भी हैं। मिली जानकारी के मुताबिक करीब 7 मानहानि के मुकदमों में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का नाम भी है और उन्हें भी पेश होने का नोटिस मिला है। सिर्फ केजरीवाल ही नहीं पार्टी की टॉप लीडरशिप में शामिल नेताओं पर इस तरह के कई-कई मुक़दमे दर्ज हैं।
कचहरी के चक्कर काटते थक गए है
आप’ की लीगल टीम ने News18 Hindi को केजरीवाल के मुकदमों की सुनवाई की तारीखों की एक लिस्ट भी भेजी है। ये लिस्ट 7 मार्च 2018 से 7 अप्रैल 2018 के शेड्यूल की है। इस एक महीने में केजरीवाल और उनके साथियों को करीब 22 तारीखों का सामना करना है। जानकारों का मानना है कि केजरीवाल रोज-रोज कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटते-काटते थक गए हैं। इन सब चक्करों की वजह से वो न तो पार्टी पर ध्यान दे पा रहे हैं न ही सरकार के काम पर। मानहानि मामलों की सुनवाई के कारण अदालत में केजरीवाल को रोजाना घंटों बर्बाद करने पड़ रहे हैं। जिसका असर प्रशासन के कामकाज पर पड़ रहा है। माफ़ी मांगकर वो तमाम ऐसे मुद्दों को निपटाना चाहते हैं जिससे सरकार का काम बाधित हो रहा है।
भगवंत मान दे चुके है इस्तीफा
हालांकि माफ़ी की इस रणनीति से केजरीवाल को पार्टी के भीतर ही विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक आप की पंजाब इकाई ने खुला विद्रोह कर दिया है और वहां स्वायत्तता की मांग सर उठाने लगी है। पंजाब आप के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद भगवंत मान ने अपने पद से इस्तीफ दे दिया है। इसके अलावा पार्टी के कई नेता अरविंद केजरीवाल की माफी के बाद खुलेआम उनके विरोध में आ गए हैं।
कई और मजबूरियां भी
बता दें कि मानहानि के इन मामलों में न सिर्फ पार्टी की टॉप लीडरशिप का वक़्त ख़राब हो रहा है बल्कि इन मुकदमों को हारने की स्थिति में इन नेताओं का या तो जेल जाना होगा या फिर भारी भरकम हर्जाना देना होगा। पार्टी के करीबियों का कहना है कि फ़िलहाल पार्टी के पास इकलौता चेहरा केजरीवाल ही हैं, उनके जेल जाने का नुकसान पार्टी फिलहाल उठाने की स्थिति में नहीं है। दूसरी तरफ ‘आप’ को पहले की तरह लोगों से चंदा मिलना भी कम हो गया है। इन मुकदमों को लड़ने के लिया पार्टी के पास फिलहाल पर्याप्त रकम ही नहीं बची है और 2019 की तैयारियों के लिए भी पैसों की ज़रुरत पड़ेगी।
कौन-कौन हैं लिस्ट में
-2013 में शीला दीक्षित के राजनीतिक सचिव पवन खेड़ा ने केजरीवाल पर केस किया था।
– 2013 में सुरेंद्र कुमार शर्मा ने ‘आप’ का टिकट ना देने और अभद्र टिप्पणी के लिए केजरीवाल पर मानहानि का केस किया।
– वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी केजरीवाल पर मानहानि के 2 केस किए हैं। डीडीसीए में भ्रष्टाचार के आरोप पर 10 करोड़ रुपए का मुकदमा जबकि दूसरा सीएम ऑफिस पर छापे के मामले में जेटली का नाम लेने के लिए।
– 2016 में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने केजरीवाल पर मानहानि का केस किया।
– 2016 में चेतन चौहान ने डीडीसीए मामले में केजरीवाल पर मानहानि का केस किया।
– कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने भी केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा किया है।
शिवराज और अमरिंदर ने ली चुटकी
केजरीवाल की माफ़ी पर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह ने भी ट्वीट कर निशाना साधा है। उन्होंने कहा- ‘अरविंद जी, मेरी सलाह मानें तो एक लिस्ट बना लीजिए, बारी-बारी से सबसे माफी मांगने में आसानी होगी। या फिर, एक माफीनामा तैयार करवा लीजिए: “To whosoever it may concern’. इसके अलावा पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि इससे आम आदमी पार्टी में बवाल मचा हुआ है। अरविंद केजरीवाल यहां-वहां कूदते रहते हैं, पता नहीं उन्होंने ऐसा क्यों किया। मैंने सुना है कि उनके खिलाफ मानहानि के कई मामले हैं। हो सकता है कि वह अपना बोझ कुछ कम करना चाहते हैं।
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