भारत के कई हिस्सों में छठ पर्व का बहुत अधिक महत्व है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और दिल्ली में छठ का महापर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।
लेकिन इस बार छठ की पूजा तो होगी लेकिन धूमधाम नहीं होगी। इसको लेकर दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला किया है।
कोरोना संकट को देखते हुए सार्वजनिक स्थान पर छठ पूजा इस बार भी नहीं हो सकेगी। इससे संबंधित गाइडलाइन दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने जारी की है।
पटाखों पर पहले ही लगा बैन-
यह 15 नवंबर तक प्रभावी रहेंगी। इस दौरान छठ पूजा के साथ-साथ दिवाली और दशहरा भी आएगा। दिल्ली में पटाखों पर पहले ही बैन लगा हुआ है।
DDMA ने अपने ऑर्डर के मुताबिक, छठ पूजा के लिए मेला आयोजन करने की छूट नहीं होगी। ना ही सार्वजिनक स्थान पर छठ पूजा होगी।
2020 में इस तरह हुई थी छठ पूजा-
बता दें कि कोरोना संकट की वजह से साल 2020 में भी छठ पूजा घर पर ही मनाने की अपील की गई थी।
इससे पहले दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों पर गणेश उत्सव, विसर्जन करने की भी छूट नहीं दी गई थी। तब भी सार्वजनकि कार्यक्रमों पर रोक थी।
कब है छठ पूजा?-
मालूम हो कि दिवाली के छह दिन बाद से ही छठ पूजा शुरू हो जाती है। इस बार छठ पूजा का त्योहार 8 नवंबर से शुरू होगा। छठ पूजा चार दिनों तक चलती है।
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