ऑटो ड्राइवर की बेटी बनी पहली महिला अग्निवीर, भारतीय नौसेना में होंगी नियुक्त

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छत्तीसगढ़ को पहली महिला अग्निवीर मिल गई है. हिशा बघेल की ट्रेनिंग ओडिशा के चिल्का में चल रही है. ट्रेनिंग के बाद वो अग्निवीर के रूप में भारतीय नौसेना में नियुक्त होंगी. उन्होंने अग्निपथ योजना के अंतर्गत नौसेना की अग्निवीर सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट भर्ती 2023 में हिस्सा लिया था. हिशा बघेल ने एनसीसी भी किया है. अग्निवीर की तैयारी के लिए हिशा बघेल ने गांव में युवकों के साथ दौड़ने का अभ्यास किया. ऐसा करने वाली वह गांव की पहली और अकेली लड़की थी.

Chhattisgarh First Woman Agniveer Hisha Baghel

हिशा बघेल छत्तीसगढ़ के दुर्ग के बोरिगार्का गांव की रहने वाली हैं. उनके पिता संतोष बघेल ऑटो ड्राइवर थे. हिशा की मां ने बताया कि पिता ने बच्चों की पढ़ाई को लेकर किसी भी तरह की कसर नहीं छोड़ी है. हिशा के पिता पिछले 12 साल से कैंसर से जूझ रहे हैं. परिवार का पेट पालने और बेटी को पढ़ाने के लिए उन्होंने अपना ऑटो और जमीन तक भी बेच दी. हिशा ने भी परिवार के खर्चों में हाथ बंटाने के लिए बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने का काम किया.

Chhattisgarh First Woman Agniveer Hisha Baghel

हिशा की सफलता पर उनकी मां ने कहा

‘मुझे बहुत गर्व है. वह बहुत मेहनती है. वह ट्रेनिंग के लिए सुबह 04:00 बजे मैदान में पहुंच जाती थी. सितंबर, 2022 में नौसना अग्निवीर एसएसआर भर्ती के लिए आवेदन किया और सेलेक्ट हो गई.’

हिशा बघेल की स्कूल टीचर ने कहा

‘मुझे बहुत खुशी है कि हमारे स्कूल की एक छात्रा को पहली महिला अग्निवीर के रूप में चुना गया है. वह बहुत मेधावी छात्रा थी. वह खेलों में भी अच्छी थी. परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद खुद को कामयाब कर पाई.’

बता दें हिशा बघेल की ट्रेनिंग मार्च 2023 तक चलेगी. इसके बाद संबंधित यूनिट में रिपोर्ट करना होगा. वहां आगे की ट्रेनिंग होगी और फिर अग्निवीर के रूप में साढ़े 3 साल के लिए भारतीय नौसेना में भर्ती किया जाएगा.

 

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