सावन में मुस्लिम राइडर का खाना किया कैंसिल, Zomato ने दिया करारा जवाब
ऑनलाइन फूड सर्विस वेबसाइट जोमैटो में एक ग्राहक ने खाने का ऑर्डर इसलिए कैंसिल कर दिया क्योंकि खाना डिलिवर करने वाला एक गैर-हिंदू लड़का था। इसके बाद उस ग्राहक ने जोमैटो एप को अनइनस्टॉल किया और इस पूरे वाकये की जानकारी ट्विटर पर दी।
इसके बाद एक मजेदार जवाब दिया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जोमैटो ने लिखा कि खाने का धर्म नहीं होता, भोजपन अपने आप में एक धर्म है। ऐप के मालिक ने कहा कि ऐसे ग्राहक हमें छोड़कर जाते हैं तो जाएं।
दरअसल अमित शुक्ला नाम के एक यूजर ने 30 जुलाई को एक ट्वीट किया। उसमें लिखा, ‘अभी-अभी जोमैटो पर एक ऑर्डर कैंसिल किया क्योंकि वे एक गैर-हिंदू राइडर को खाना पहुंचाने के लिए मेरे पास भेज रहे थे। उन्होंने कहा कि वे राइडर चेंज नहीं कर सकते और ऑर्डर कैंसिल करने पर रिफंड भी नहीं करेंगे। मैंने कहा कि आप मुझे डिलिवरी लेने के लिए मजबूर नहीं कर सकते। मैं रिफंड नहीं चाहता हूं, बस कैंसिल कर दीजिए।’
@ZomatoIN is forcing us to take deliveries from people we don't want else they won't refund and won't cooperate I am removing this app and will discuss the issue with my lawyers
— पं अमित शुक्ल 1775 followers limited by twiter (@Amit_shukla999) July 30, 2019
एक अन्य ट्ववीट में ग्राहक ने लिखा, ‘जोमैटो मुझ पर उन लोगों से डिलिवरी लेने का दबाव बनाती है जिनसे नहीं लेना चाहते। फिर वह रिफंड भी नहीं करती है और न सहयोग। इसलिए मैं यह ऐप हटा रहा हूं। इस मुद्दे पर वकीलों से बात करूंगा।’
जोमैटो ने दिया ये जवाब-
https://twitter.com/ZomatoIN/status/1156429449258250240?s=20
इस पर जोमैटो ने ट्वीट किया, ‘भोजन का कोई धर्म नहीं होता है। यह खुद में एक धर्म है।’ बाद में जोमैटो के संस्थापक दीपिंदर गोयल ने लिखा, ‘हमें आइडिया ऑफ इंडिया और हमारे सम्मानित ग्राहकों एवं पार्टनरों की विविधता पर गर्व है। हमें हमारे मूल्यों के रास्ते में आड़े आने वाला बिजनेस खोने पर कोई दुख नहीं है।’
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