वाराणसीः प्रयागराज में स्नान के लिए जा रहे श्रद्धालुओं को बीच रास्ते में रोके जाने के कारण लाखों लोग काशी लौट आए हैं. इससे काशी में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है. रोजाना करीब 20 लाख श्रद्धालु काशी पहुंच रहे हैं, जिससे घाटों और मंदिरों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी है.
प्रशासन मुस्तैद, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
अचानक बढ़ी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक और कड़े इंतजाम किए हैं. जगह-जगह पुलिस तैनात हैं और श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखा जा रहा है. अस्सी घाट पर ध्वनि विस्तारक यंत्रों के जरिए अनाउंसमेंट किया जा रहा है और गंगा में नाव से जाने वालों लोगों को लाइफ जैकेट पहनने की सलाह दी जा रही है.
ALSO READ: वाराणसी में बडा हादसा टला, पर्यटकों से भरी नाव पलटी, सभी सुरक्षित
ई-रिक्शा और ऑटो का सहारा
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने वाराणसी परिक्षेत्र में बाहरी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. श्रद्धालु ई-रिक्शा और ऑटो से गंगा स्नान और बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. हालांकि, शहर में पैदल चलना भी चुनौतीपूर्ण हो गया है.
पूरे 84 घाटों पर भारी भीड़
काशी के 84 घाट पूरी तरह भरे हुए हैं. हर घाट पर स्नान करने वालों की भीड़ उमड़ रही है. श्रद्धालु केवल एक घाट पर नहीं, बल्कि सभीघाटों पर पहुंच रहे हैं, जिससे स्नान में किसी को असुविधा नहीं हो रही है. अस्सी घाट पर देव दीपावली जैसी उमड़ी भीड़ नजर आ रही है.
ALSO READ: भारत तेज तरक्की की राह पर… ‘राष्ट्रपति के अभिभाषण की 10 बड़ी बातें …
अधिक किराया वसूली पर नजर
प्रशासन को श्रद्धालुओं से अधिक किराया वसूली की शिकायतें मिल रही हैं. जिला अधिकारी और पुलिस कमिश्नर ने साफ किया है कि अगर किसी भी श्रद्धालु से ज्यादा पैसा लिया गया तो संबंधित वाहन का परमिट निरस्त कर दिया जाएगा.
प्रशासन भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पूरी तरह तैयार है और श्रद्धालुओं की सुविधा को प्राथमिकता दी जा रही है.