लालच दिखाकर लोगों को बनाता था शिकार

0

वाराणसी के क्राइम ब्रांच ने बड़ागांव पुलिस के साथ मिल कर उच्चकागिरी व टप्पेबाजी करने वाले बड़े गिरोह का खुलासा किया है। सोमवार को एसएसपी नितिन तिवारी व एसपी क्राइम त्रिभुवन सिंह ने गिरोह से जुड़ी जानकारी पत्रकारों को दी। एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह ने सैकड़ों वारदातों को अंजाम दिया था, जिसमे से कई घटनाओं की रिपोर्ट तक नहीं दर्ज करायी गयी है।

एसएसपी ने बताया कि कभी नोट तीन गुना करने का लाचल देकर यह लोगों के पैसों को उड़ा देता था तो कभी आधी कीमत पर सोने व चांदी की चीजे देने की बात कह कर घटना को अंजाम देते थे।

जो लोग लालच के चक्कर में पड़ते थे वह गिरोह का आसान शिकार बन जाते थे। एसएसपी के अनुसार जंसा थाना क्षेत्र के जीवरामपुर निवासी राजेन्द्र सिंह ही गिरोह का सरगना है, जो अब पुलिस की गिरफ्त में है।

क्राइम ब्रांच को उच्चकागिरी करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचना थी। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने मुखबिर व इंटेलिजेंस विंग की मदद से गिरोह की जानकारी जुटानी शुरू की। इसी बीच क्राइम ब्रांच प्रभारी ओमनारायन सिंह को सूचना मिली कि गिरोह के कुछ सदस्य बड़ागांव थाना क्षेत्र के पास निर्मित प्लाईओवर के पास मौजूद है। क्राइम ब्रांच ने बड़ागांव पुलिस के साथ कार्रवाई करते हुए गिरोह के चार सदस्यों को धर धबोचा। पुलिस की पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने आपराधिक घटनाओं में शामिल होने की पृष्टि की।

एसएसपी क्राइम त्रिभुवन सिंह ने बताया कि गिरोह के लोग पहले खिला-पिला का अन्य लोगों से दोस्ती करते थे। जब अपना विश्वास बना लेते थे तो धन को त्रिगुना करने का लालच देते थे। जो लोग इनके लालच में पड़ जाता था उसे शिकार बना लेते थे। गिरोह के सदस्य पहले काला रंग का नोट देते थे और उसके साथ एक केमिकल देते थे। कहते थे कि इस रंग से धोने पर काला रंग का नोट सही हो जायेगा। लालच में पड़ा व्यक्ति जब घर ले जाकर नोट को केमिकल से धोता था तो नोट सही हो जाता था। इससे लोग झांसे में आ जाते थे और गिरोह पैसे कूटता था।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More