यूपी: पहली बार स्प्रे द्वारा दी जाएगी कोरोना वैक्सीन, वैज्ञानिकों ने किया अविष्कार
कोरोना वायरस महामारी का खतरा देश-प्रदेश में अभी भी बना हुआ है. इससे बचाव के लिए वैक्सीन पहले इंजेक्शन द्वारा लगाई जाती थी. लेकिन, अब जल्द ही नाक के माध्यम से भी वैक्सीन दी जा सकेगी. वैज्ञानिकों ने नेजल स्प्रे एजिलास्टिन का आविष्कार किया है, जिसका एनिमल ट्रायल पूरा हो चुका है. वहीं, ह्यूमन ट्रायल के लिए यूपी के झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज को चुना गया है. मेडिकल कॉलेज की एथिकल कमेटी ने इसके ट्रायल की मंजूरी भी दे दी है.
इससे पहले कंपनी ने इस स्प्रे का ट्रायल जानवरों पर किया था. इसके सकारात्मक परिणाम आने पर ही ह्यूमन ट्रायल की मंजूरी दी गई है. मेडिकल कॉलेज के ट्रायल प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर डॉ. जकी सिद्दीकी ने बताया कि पहली बार कोरोना वैक्सीन नेजल स्प्रे के माध्यम से दी जाएगी. इस स्प्रे का परीक्षण उन मरीजों पर किया जाएगा, जिनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी. जिन मरीजों के अंदर शुरूआती लक्षण दिखाई देंगे, केवल उन्हें ही यह नेजल स्प्रे दिया जाएगा.
सिद्दीकी ने बताया कि ज्यादातर वायरस नाक के जरिए ही लोगों के फेफड़ों तक पहुंचते हैं, ऐसे में स्प्रे की मदद से कोरोना वायरस के नाक में ही नष्ट हो जाने की संभावना है. जो मरीज होम क्वारंटीन में होंगे उन्हें प्राथमिकता पर यह स्प्रे दिया जायेगा. इसके लिए मरीजों और उनके परिजनों की अनुमति ली जाएगी. मरीज हर समय डॉक्टरों के संपर्क रहेंगे.
बता दें झांसी और आस-पास के जिलों के लिए महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज किसी वरदान से कम नहीं है. यहां पर अधिकतर बीमारियों का सफलतापूर्वक इलाज होता है.