COP28: जलवायु परिवर्तन से निपटने के तरीकों पर दुबई में चर्चा करेंगे पीएम मोदी
अमीरात के राष्ट्रपति नाहयान ने भेजा निमंत्रण
पीएम मोदी अब से थोड़ी देर बाद COP 28 Summit में भाग लेने के लिए दो दिवसीय दुबई यात्रा पर रवाना होंगे. बताया जा रहा है कि इस बार यह समिट उत्सर्जन को कम करने और मौसम संबंधी घटनाओं से निपटने में विकासशील देशों का समर्थन करने पर
केंद्रित होगा .खास बात यह है कि यह UN की 28वीं बैठक का हिस्सा है, इसलिए इसे COP28 नाम दिया गया है. गौरतलब है कि इस समिट में दुनियाभर के कई वैश्विक नेता ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने और जलवायु परिवर्तन से प्रभावी ढंग से निपटने के तरीकों पर चर्चा करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी भारत के महत्वाकांक्षी जलवायु एजेंडे और संबंधित मुद्दों पर अपनी बात रख सकते हैं.
अमीरात के राष्ट्रपति नाहयान ने भेजा निमंत्रण
पीएम मोदी को समिट में हिस्सा लेने के लिए संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने निमंत्रण भेजा है.
UAE की अध्यक्षता में…
28 नवंबर से 12 दिसंबर तक COP28 का आयोजन किया जा रहा है. COP28 जलवायु प्रतिबद्धताओं पर कार्य करने और जलवायु परिवर्तन के सबसे बुरे प्रभावों को रोकने के लिए एक अहम क्षण माना जा रहा है.
Loksabha 2024: सोनिया ने दिए संकेत, राहुल, नितीश नहीं यह होंगे INDIA गठबंधन का PM फेस
पेरिस समझौते को लागू करने का होगा आकलन
इस समिट में 2015 पेरिस समझौते को लागू करने में वैश्विक प्रगति का पहला आकलन होगा. निष्कर्ष हैकि दुनिया इस सदी के अंत तक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने की दिशा में सक्षम नहीं है.इस निष्कर्ष में कहा गया है कि देश भविष्य के लिएयोजनाएं विकसित कर रहे हैं, लेकिन यह इतना तेज नहीं हैं कि समय सीमा के अंदर वार्मिंग को सीमित किया जा सके.
दुनियाभर के 160 नेता होंगे शामिल
संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) के 198 देश सदस्य हैं. दुबई में होने जा रही समिट में 160 वैश्विक नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है. माना जा रहा है कि राष्ट्रों के बीच सहयोग से ही इससे निपटा जा सकता है. तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्षों के अलावा इस समिट में बिजनेस लीडर,युवा, जलवायु वैज्ञानिक, पत्रकार, स्थानीय लोग और अन्य विशेषज्ञों समेत 70000 लोग शामिल होंगे.