उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मियों की आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला यूपी के प्रतापगढ़ जिले का है, जहां लालगंज कोतवाली में एक सिपाही ने खुद को गोली मार ली। सिपाही की मौके पर ही मौत हो गई। बैरक की तीसरी मंजिल की सीढ़ी पर खून से लथपथ उसका शव मिलने से हड़कंप मच गया।
खून से लथपथ शव मिलने से मचा हड़कंप
बता दें कि लालगंज कोतवाली में तैनात सिपाही आशुतोष यादव पुत्र अखिलेश यादव (24) ने शुक्रवार शाम बैरक की तीसरी मंजिल पर खुद को गोली से उड़ा लिया। सात घंटे बाद पुलिस को घटना की जानकारी हो सकी। बैरक की तीसरी मंजिल की सीढ़ी पर उसका खून से लथपथ शव मिलने से हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस अधीक्षक (एसपी) भी फोरेंसिक टीम के साथ पहुंचे और घटना का जायजा लिया।
साथियों ने दी सिपाही के परेशान रहने की जानकारी
वहीं पुलिस अधीक्षक (एसपी) अनुराग आर्य ने बताया कि सिपाही की मौत को लेकर छानबीन की जा रही है। पूछताछ में साथी सिपाहियों ने किसी कारण वश उसके परेशान रहने की जानकारी दी है। कुछ दिनों पहले ही वह छुट्टी से लौटकर ड्यूटी पर आया था। मौके से खोखा व बुलेट का टुकड़ा मिला है। दोपहर में गोली चलने की आवाज सुनाई दी थी।
कुछ दिनों से तनाव में था सिपाही
जानकारी के मुताबिक, गाजीपुर जिले के खरौना निवासी आशुतोष यादव 2018 बैच का सिपाही था। लालगंज कोतवाली में 16 फरवरी 2019 को उसे पहली तैनाती मिली थी। नौकरी पाने के बाद वह बहुत खुश रहता था। अभी उसकी शादी भी नहीं हुई थी। इधर, कुछ दिनों से वह तनाव में था। साथियों ने उससे इस बारे में कई बार पूछा, लेकिन उसने कोई जानकारी नहीं दी। अभी 17 सितंबर को ही उसने छुट्टी से लौटने के बाद ड्यूटी ज्वाइन की थी। घर से लौटने के बाद वह अधिक शांत व एकांत में रहने लगा।
यह भी पढ़ें: NCB के सामने पेश हुईं दीपिका पादुकोण, पांच सदस्यीय टीम कर रही है सवाल
यह भी पढ़ें: आईपीएल-13: आज होगी अबू धाबी में कोलकाता नाइट राइडर्स और सनराइजर्स हैदराबाद की टक्कर
यह भी पढ़ें: WHO की चेतावनी- दुनियाभर में 20 लाख तक पहुंच सकता है कोरोना से मौतों का आंकड़ा
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। अगर आप डेलीहंट या शेयरचैट इस्तेमाल करते हैं तो हमसे जुड़ें।)