मोदी कम से कम भगवान शिव के दरबार में तो कुछ नम्रता बरतते : कांग्रेस
कांग्रेस ने वर्ष 2013 में उत्तराखंड में आई बाढ़ के बाद केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिए बयान को लेकर उन पर अहंकारी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने उत्तराखंड के लोगों का अपमान किया है। पार्टी ने कहा है कि मोदी को कम से कम भगवान शिव के दरबार में कुछ नम्रता बरतनी चाहिए थी।
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां एक वीडियो संदेश में कहा कि केदारनाथ की आज (शुक्रवार को) की यात्रा में मोदी ने जो कुछ कहा, उससे उन्होंने ना केवल उत्तराखंड के लोगों का अपमान किया है बल्कि अपना घमंड भी दिखाया है।
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उन्होंने यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा यह आरोप लगाने के बाद की जिसमें उन्होंने (मोदी ने) कहा है कि 2013 में विनाशकारी बाढ़ के बाद केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण का उनका प्रस्ताव कांग्रेस ने ठुकरा दिया था।मोदी को आड़े हाथ लेते हुए सुरजेवाला ने पूछा, “2013 की विनाशकारी बाढ़ के बाद, क्या केवल मोदी ही उत्तराखंड के पुनर्निर्माण में सक्षम थे? क्या उस समय उत्तराखंड सरकार, लोगों और भगवान शिव के भक्तों द्वारा किए गए पुनर्निर्माण कार्य व्यर्थ हो गए? क्या 130 करोड़ लोगों में मोदी को छोड़ कोई भी केदारनाथ के पुनर्निर्माण के लिए सक्षम नहीं था?”
उन्होंने कहा, “जब शासक अहंकारी हो जाता है, उसका पतन भी नजदीक आ जाता है।”उन्होंने प्रधानमंत्री से उत्तराखंड के लोगों का ‘अनादर’ नहीं करने का आग्रह करते हुए कहा, “भगवान शिव मदद नहीं मांगते है, वह समर्पण मांगते हैं और जो भगवान की भक्ति में खुद को समर्पित कर देता है, उसे उसकी भक्ति का इनाम मिलता है। मोदी को कम से कम भगवान शिव के दरबार में कुछ नम्रता बरतनी चाहिए थी।”
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