कर्नाटक चुनाव : कांग्रेस ने जारी की 218 उम्मीदवारों की लिस्ट, शुरू हुआ संग्राम
कांग्रेस(Congress) ने जैसे ही कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए 218 कैंडिडेट् की लिस्ट जारी की वैसे ही पार्टी में हंगामा शुरू हो गया। कर्नाटक में सत्ता बचाने की लड़ाई लड़ रही है कांग्रेस(Congress) में टिकट बंटवारे से नाराज नेताओं के बगावती सुर सामने लगे हैं। कई नाराज नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा देने की चेतावनी दी है तो प्रदेश भर में कई जगहों पर अंसुष्टों व उनके कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन चल रहा है। सारी बंदूकें सीएम सिद्धारमैया की तरफ उठी हैं, जिनपर नेताओं ने मनमानी करने के आरोप लगाए हैं।
टिकट को लेकर हंगामा
कांग्रेस की लिस्ट पर कर्नाटक की हंगल, मायाकोंडा, जगलुर, तिप्तुर, कुनिगल, कोलार, कोल्लेगल, बेलूर, बदामी, कित्तूर, नेलमंगला और अन्य कई विधानसभाओं में असंतषो के स्वर मुखर हुए हैं। हंगल विधानसभा से वर्तमान विधायक और पूर्व एक्साइज मिनिस्टर मनोहर तहसीलदार के समर्थकों ने उनका टिकट कटने पर प्रदर्शन किया है। जगलुर से वर्तमान विधायक एचपी राजेश का भी टिकट कटा है और वह सिद्धारमैया से मिलने बेंगलुरु गए हुए हैं।
कित्तूर से पार्टी ने टिकट की घोषणा नहीं की है। यहां से डीबी इनामदार लगातार पांच बार से विधायक हैं। ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस उनके रिश्तेदार बाबासाहब पाटील को टिकट दे सकती है। ऐसे में इनामदार के समर्थकों में भी रोष है। रूरल बेंगलुरु की नेलमंगला विधानसभा से कांग्रेस नेता अंजना मुर्थी के समर्थकों ने सड़क पर जाम लगा, टायर जला कर प्रदर्शन किया है। यहां से कांग्रेस ने आर नारायणस्वामी को टिकट दिया है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी रमेश जेडीएस के टिकट पर लड़ेंगे चुनाव
इससे पहले शनिवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी रमेश ने सीवी रमन नगर से जेडीएस के टिकच पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। 2013 में इस सीट पर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने के बाद भी पी रमेश को हार मिली थी। रमेश ने कर्नाटक सीएम पर हमला करते हुए कहा था कि यह इंदिरा की कांग्रेस नहीं है बल्कि सिद्धारमैया की तुगलक कांग्रेस है। ऐसा कहा जा रहा है कि सिद्धारमैया ने उनसे जगह मेयर आर संपत राज की दावेदारी के लिए अपना दावा छोड़ने को कहा था।
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दो नेताओं की गुटबाजी का ये नतीजा
कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि पार्टी नेताओं के बीच उभरे ये मतभेद दरअसल मल्लिकार्जुन खड़गे और डीके शिवकुमार जैसे नेताओं के बीच की रंजिश की ही अभिव्यक्ति है। सूत्रों का कहना है कि ये दोनों नेताओं के बीच की गुटबाजी असर दिखा रही है। हालांकि इन सबके बीच नाराज नेताओं के निशाने पर फिलहाल सिद्धारमैया ही हैं। टिकट पाने से वंचित कुछ नेताओं ने उन्हें तानाशाह तक बता डाला है।
कांग्रेस के लिए कर्नाटक बचाने की चुनौती, पार्टी डैमेज कंट्रोल में जुटी
देश की राजनीति में लगातार सिमटती जा रही कांग्रेस के सामने कर्नाटक के किला को बचाने की चुनौती है। राहुल गांधी मेगा रैली कर रहे हैं और कांग्रेस ने सिद्धारमैया को पूरी ताकत दे रखी है। ऐसे में सिद्धारमैया पर डिक्टेटरशिप के आरोप कांग्रेस के लिए झटके से कम नहीं हैं। पार्टी तुरंत डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। कांग्रेस ने वरिष्ठ नेताओं की 4 टीम बनाई है। इन्हें नाराज नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी मिली है।