गौरक्षा हिंसा मामले में कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद(Ghulam Nabi Azad) ने गोरक्षा के नाम पर लोगों की पीट पीटकर हत्या की घटनाओं को लेकर सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि दलितों व अल्पसंख्यकों पर हमला करने वालों को सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से संरक्षण मिल रहा है।
आजाद बुधवार को गोरक्षा के बहाने भीड़ द्वारा हत्याओं (मॉब लिंचिंग) के मुद्दे पर राज्यसभा में चर्चा में हिस्सा ले रहे थे। उन्होंने कहा, “गोरक्षा के नाम पर भीड़ द्वारा पीट पीटकर हत्या के मामलों में पिछले तीन सालों में बढ़ोतरी हुई है। इन घटनाओं में शामिल लोगों को सत्ताधारी पार्टी के लोगों का समर्थन मिल रहा है।”
आजाद ने कहा कि इस तरह की घटनाओं ने देश में ‘भय, आतंक, लूट व आगजनी’ का माहौल बनाया है।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष आजाद ने इस तरह की घटनाओं की बढ़ोतरी पर सरकार की आलोचना की और सवाल किया कि ‘क्या ये घटनाएं भाजपा की सहमति से हो रही हैं।’
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उन्होंने सदन को स्मरण कराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह इस तरह की हत्याओं के खिलाफ बोल चुके हैं, लेकिन ‘विपक्ष को लगता है कि ये घटनाएं सत्तारूढ़ पार्टी की सहमति से हो रही हैं।’
उन्होंने पूछा कि क्या ये घटनाएं ‘परिवार’ में अंदरूनी कलह के कारण हो रही हैं। उनका इशारा हिंदुत्व समर्थक पार्टियों की ओर था।
आजाद ने भाजपा से अपील की कि वह देश में जाति व धर्म के नाम पर माहौल खराब नहीं करे। उन्होंने कहा, “देश की एकता व अखंडता के लिए विपक्ष का हर सदस्य अपना खून बहाने के लिए तैयार है।”
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, “वोट बैंक की राजनीति बंद कीजिए।” उन्होंने कहा कि इससे केवल बाहरी ताकतें मजबूत होती हैं, जो देश तोड़ने के प्रयास में लगी हैं। उन्होंने कहा, “अगर हम अपने ही लोगों से लड़ेंगे, तो फिर बाहरी ताकतों से कैसे लड़ेंगे।”
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