जिलाधिकारी एस. राजलिगम की अध्यक्षता में आज शनिवार को सदर तहसील सभागार में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया. इस दौरान 261 फरियादियों ने प्रार्थना पत्र दी, लेकिन इतने प्रार्थना पत्रों में से महज पांच का मौके पर निस्तारण हो सका.
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डीएम ने समाधान दिवस पर मिले शिकायती पत्रों का निर्धारित समय में निस्तारण का विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया. उन्होंने अधिकारियों से कहाकि समाधान दिवस में प्राप्त प्रकरणों/शिकायतों के निस्तारण के लिए अधिकारी मौके पर जाकर शिकायतकर्ता का पक्ष सुनें और उसका निस्तारण करवाना सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि लोगों की शिकायतों का तुरंत निस्तारण करें और शिकायतकर्ता की संतुष्टि के प्रति पूरी संवेदनशीलता बरते. सख्त हिदायत दी कि शिकायती पत्रों के निस्तारण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
जवाबदेह लोगों के खिलाफ हो कार्रवाई
जिलाधिकारी ने भूमि विवाद/अतिक्रमण की शिकायतों पर राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिया. उनसे कहाकि राजस्व निरीक्षक, लेखपाल और पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजकर स्थलीय निरीक्षण करते हुए निस्तारण करायें. इसके साथ ही प्रकरणों की गंभीरता से जांच कराएं और जवाबदेह लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जाय. सामान्य तौर पर कुछ प्रकरण ऐसे होते हैं जिसकी शिकायत लेकर कई बार शिकायतकर्ता यह कहते हुए आते हैं कि उनकी शिकायत को सुना नही गया है. या फिर गुणवत्ता के साथ निस्तारण नही किया गया है. यह अत्यन्त आपत्तिजनक है. सभी अधिकारी जन शिकायतों का निस्तारण निष्पक्षता, समयबद्धता, पारदर्शिता और गुणवत्ता के साथ करें. हर प्रकरण की जांच करते समय शिकायतकर्ता का पक्ष अवश्य सुना जाय. सभी तथ्यों की भलिभांति जांच के बाद ही मामले का निस्तारण कराया जाय. इस दौरान सदर तहसील में विभिन्न मामलों से सम्बंधित कुल 261 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए. इनमें से 5 शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया. शेष प्रकरणों को सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को सौंपते हुए, एक सप्ताह के अंदर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के निर्देश दिये गये. इस अवसर पर उप जिलाधिकारी, सहायक पुलिस आयुक्त, तहसीलदार और समस्त अधिकारी रहे.