शाह से मंत्रियों, विधायकों और अफसरों की शिकायत
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के सामने शनिवार को संगठन पदाधिकारियों का गुबार फूटा और मंत्रियों, विधायकों और बेलगाम अफसरों की बात उठाई। साथ ही कुशीनगर जिलाध्यक्ष ने तो यहां तक कहा कि अपने विधायक अहंकारी हो गए हैं। सीएम से मिलना आसान है लेकिन इन लोगों से मिलना बहुत कठिन है।
अमित शाह से जिला अध्यक्षों ने जमकर की शिकायत
अमित शाह ने लखनऊ में संगठन से जुड़े लोगों की दो सत्रों में बैठक की। शाह ने कार्यकर्ताओं को अपनी बात रखने की छूट दी। वह सबकी सुनने आए थे। कुशीनगर जिलाध्यक्ष जयप्रकाश शाही ने विधायकों पर ठीकरा फोड़ा तो बलिया के जिलाध्यक्ष विनोद दुबे कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए। वह पुलिस की कार्यशैली से खिन्न थे। गोंडा जिलाध्यक्ष ने यूपी-100 की गाडिय़ों से रिस्पांस न मिलने का मसला उठा दिया। सौ नंबर फेल होने की बात आई तो कई ने हामी भरी। फिर तो बारी-बारी से जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी अपनी-अपनी भड़ास निकालने लगे। किसी ने मंत्रियों के न मिल पाने की बात उठाई तो किसी ने कहा कि अफसर सुन नहीं रहे हैं।
सोमवार- मंगलवार को सीएम और मंत्री कार्यकर्ताओं से मिलेंगे
अमित शाह कार्यकर्ताओं की नब्ज समझ गए थे। उन्होंने व्यवस्था दी कि सोमवार और मंगलवार को मुख्यमंत्री और मंत्री कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। शाह ने कार्यकर्ताओं से यह वचन लिया कि अन्य दिनों में वह इन्हें परेशान नहीं करेंगे। हालांकि इस दौरान शाह संगठन के लोगों को आइना दिखाना नहीं भूले। कहा, आप लोगों में से 72 ने अपने सुझाव दिए हैं लेकिन किसी ने संगठन के बारे में बात नहीं की, एक भी सुझाव नहीं दिया।
अफसरों के राजनीतिकरण का पाप बीजेपी को नहीं करना- शाह
अमित शाह ने कहा कि 15 सालों में संपूर्ण प्रशासन का राजनीतिकरण किया गया है। हम नहीं चाहते कि किसी अफसर पर बीजेपी का ठप्पा लगे। अफसर का मूल्यांकन उसकी प्रतिभा और योग्यता के आधार पर होगा। सत्ता का उद्देश्य आखिरी आदमी के चेहरे पर मुस्कान लाना है। धीरे-धीरे सभी चीजें ठीक करनी हैं। अफसरों के राजनीतिकरण का पाप बीजेपी को नहीं करना है। 15 सालों से प्रशासन को संविधान के अनुरूप चलने की आदत नहीं है। उसे बदलना है। उप्र की कार्यसंस्कृति बदलने की जिम्मेदारी बीजेपी की है।
यूपी विजय सर्वोच्च नहीं, सर्वोच्च आना अभी शेष है- शाह
अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश अभी एक पड़ाव है। यह बीजेपी का सर्वोच्च नहीं है। सर्वोच्च आना शेष है। हम सबको उत्तर प्रदेश को स्थायी रूप से जीतना है। हर कार्यकर्ता को मालूम होना चाहिए कि वह राजनीति में क्यों आया है। मूल काम संगठन को मजबूत करना है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को लक्ष्य सौंपा। अमित शाह ने कहा कि केन्द्र और राज्य की योजनाओं के जरिए गरीब की सहायता करते हुए उन्हें भाजपा से जोडऩे का प्रयास करना है।
बीजेपी के लिए एक-एक सदस्य महत्वपूर्ण है- शाह
अमित शाह ने कार्यकर्ताओं का मान बढ़ाते हुए कहा कि बीजेपी एक-एक सदस्य महत्वपूर्ण है। बीजेपी में सुनने की व्यवस्था है। तभी आप सबको राष्ट्रीय अध्यक्ष सुन रह है। संगठन के लोग सत्ता के सहयोगी बनें। जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण को उखाड़ फेंकना है। उप्र में सरकार निर्माण किसी को मुख्यमंत्री और मंत्री बनाने के लिए नहीं है। यह 22 करोड़ लोगों के जीवन में बदलाव के लिए हुआ है। यह सरकार किसी व्यक्तिगत काम के लिए नहीं है। सरकार से संगठन नहीं बल्कि संगठन से सरकार है। संगठन का लक्ष्य अन्त्योदय है।
निकाय चुनाव में जुटने का कार्यकर्ताओं को निर्देश
बैठक में आए वाराणसी, कानपुर समेत कई महानगरों के महापौर ने भी अपनी बात रखी। अमित शाह ने व्यक्तिगत मांगों को नजर अंदाज किया तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नवंबर में निकाय चुनाव होंगे। संगठन को मजबूत करते हुए आप लोग अपनी तैयारी में जुटें। इस दौरान आरक्षण और परिसीमन के मुद्दे पर महापौर चर्चा करना चाह रहे थे लेकिन, बात आगे नहीं बढ़ सकी।
यूपी की 22 करोड़ जनता खुशहाल होगी- योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी की सेहत 15 सालों से बिगड़ी है लेकिन, ऐसा तंत्र विकसित हो रहा है जिससे 22 करोड़ जनता खुशहाल हो। योगी ने कहा कि आने वाले सभी चुनाव बीजेपी जीते इसके लिए हम सबको प्रयास करना है। उप मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने अमित शाह समेत अतिथियों का स्वागत किया।