दावाः पूरी दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रहा मुस्लिम धर्म !
धर्म और इबादत का मजहब यानी मुस्लिम धर्म को लेकर एक चौंका देने वाला दावा किया गया है, जिसमें यह धर्म दुनिया में सबसे तेजी से फैलने वाला धर्म बन गया है. वर्तमान समय में पूरी दुनिया भर में 57 ऐसे देश है जो मुस्लिम राष्ट्र हैं. वहीं इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि दुनिया में कुछ ऐसे भी देश है जहां पर मुस्लिम आबादी 99 फीसदी से भी ज्यादा की हो गयी है. ऐसे में आज हम आपको दुनिया 10 ऐसे देशों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर मुस्लिम धर्म के लोगों की जनसंख्या 99 फीसदी से भी अधिक है….
दुनिया के वे देश जहां 99 फीसदी से ज्यादा है मुस्लिम…
यह काफी सोचनीय और चिंता का विषय हो सकता है, लेकिन यह सत्य है और दुनिया में कई सारे ऐसे देश है जहां पर 99 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम जनसंख्या है. आइए जानते हैं कौन से है वो देश….
देश मुस्लिम आबादी
मालदीव 100%
मॉरिटानिया 99.9%
सोमालिया 99.8%
अफगानिस्तान 99.7%
ईरान 99.4%
अल्जीरिया 99%
मोरक्को 99%
नाइजर 98.3%
ताजिकिस्तान 97.9%
ट्यूनीशिया 97.8%
भारत में मुस्लिम आबादी का जानें क्या है हाल ?
वहीं यदि बात करें हमारे भारत देश में मुस्लिम आबादी की तो, साल 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में मुस्लिम की कुल आबादी 17.22 करोड़ दर्ज की गई थी. ऐसे में यह आंकड़ा देश की कुल आबादी का 14.2% था. दूसरी ओर बीते साल सरकार ने इस बात का दावा किया था कि भारत में मुस्लिमों की कुल आबादी करीब 20 करोड़ तक पहुंच जाने की संभावना है.
Also Read: “अखिलेश यादव माफिया गैंग के सरदार” केशव प्रसाद मौर्य का सपा मुखिया पर बड़ा हमला
तेजी से मुस्लिम आबादी बढ़ने की क्या है वजह ?
पॉपुलेशन रेफरेंस ब्यूरों की रिपोर्ट के अनुसार, विश्व भऱ में मुस्लिम आबादी के तेजी से बढ़ने के कई सारे कारण सामने आए हैं, जिनकी वजह से मुस्लिम आबादी तेजी से बढती जा रही है. इसमें से पहला कारण है कि मुस्लिम बहुल देशों की महिलाएं गैर-मुस्लिम देशों की महिलाओं से कहीं अधिक बच्चा पैदा कर रही हैं. हालांकि पिछले कुछ वर्षों में मुस्लिम महिलाओं की प्रजनन दर में कमी आई है.
दूसरा कारण- मुस्लिम महिलाओं की प्रजनन दर पहले कहीं अधिक थी, इसलिए जो बच्चे पैदा हुए थे उनमें से अधिकांश अब शादी की उम्र में हैं या पैरेंट्स बनने के कगार पर हैं.
तीसरा कारण- मुस्लिम देशों में जनसंख्या नियंत्रण कानून बहुत कठोर हैं, जबकि गैर मुस्लिम देशों में ऐसे कानून नहीं हैं. यह भी एक महत्वपूर्ण कारण है कि मुस्लिम महिलाएं अपने बच्चों को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक संसाधन का बहुत कम उपयोग करती हैं. पॉपुलेशन रेफरेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार, गैर मुस्लिम देशों की 63 प्रतिशत महिलाएं बाल विवाह नियंत्रण के उपायों का उपयोग करती हैं, लेकिन मुस्लिम देशों की महज 48 प्रतिशत महिलाएं ऐसे उपायों पर भरोसा करती हैं.