जेल में चिन्मयानंद को नहीं मिली कोई VIP सुविधा, पीड़िता ने कही ये बात
विधि की छात्रा से दुष्कर्म के आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद सहित चार लोगों को शुक्रवार को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने गिरफ्तार किया है।
उनसे रंगदारी की मांग करने के सिलसिले में तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। एसआईटी ने चिन्मयानंद को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया।
कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। चिन्मयानंद ने जेल में सामान्य बंदियों की तरह दोपहर में दाल, सब्जी और रोटी खाई। सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें सुरक्षित बैरक में रखा गया है।
पीड़िता ने कही ये बात-
पीड़िता ने कहा कि बलात्कारी को मर्सिडीज में बैठाकर जेल भेजा गया है। हमें खुशी नहीं है और मेरी समझ में कुछ नहीं हो रहा है कि यह सब क्या हो रहा है। मेरे साथ बलात्कार हुआ है।
आगे कहा कि पीड़िता ने कहा कि मैं जिस दिन एसआईटी के पास बयान देने गई थी उसी दिन मैंने कहा था कि मेरे साथ स्वामी चिन्मयानंद ने बलात्कार किया है। फिर धारा-376 क्यों नहीं लगाई गई। उसने कहा कि यह केवल फॉर्मेलिटी अदा की गई है।
चिन्मयानंद ने अपना अपराध कबूल किया-
एसआईटी प्रमुख और पुलिस महानिरीक्षक नवीन अरोड़ा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि चिन्मयानंद को मसाज (मालिश) की वीडियो क्लिपिंग भी दिखायी गयीं।
इस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘जब आपको सब पता ही चल गया है तो मुझे कुछ नहीं कहना। मैं अपना अपराध स्वीकारता हूं और अपने कृत्य के लिए शर्मिन्दा हूं।’
अरोड़ा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि चिन्मयानंद को जेल भेज दिया गया है। उन पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की गयी है।
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