सीमा पर पैट्रोलिंग को लेकर भड़का चीन, बोला सेना को नियंत्रित करे भारत
सीमाओं पर भारतीय सेना की चौकसी से बिफरे चीन ने संयम बरतने की सलाह दी है। इस साल दोनों देशों की सेनाओं के बीच डोकलाम में हुए गतिरोध का हवाला देते हुए चीनी सेना ने गुरुवार को कहा कि भारत को अपनी सेना पर सख्ती से नियंत्रण करना चाहिए और सीमा पर शांति एवं स्थिरता बरकरार रखने के लिए तय समझौतों को पालन करना चाहिए। चीनी रक्षा प्रवक्ता कर्नल रेन गुओकियांग ने कहा कि इस साल चीनी सेना ने कई मसलों को आसानी से सुलझाया, इनमें से ही एक डोकलाम जैसा विवाद भी था।
पेइचिंग में मीडिया से बातचीत करते हुए कर्नल रेन ने कहा कि चीनी सेना ने राष्ट्रीय सुरक्षा के हितों और संप्रभुता की रक्षा बहुत अच्छे से की। एक सवाल के जवाब में रेन ने कहा, ‘भारत-चीन सीमा पर डोकलाम जैसे मसले को चीन की सेना ने सही तरीके से निपटाया। इसके अलावा चीनी सेना ने दक्षिण चीन सागर में भी राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए काम किया।’
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सिक्किम, चीन और भूटान की सीमा पर स्थित डोकलाम पठार पर पीपल्स लिबरेशन आर्मी के अतिक्रमण के बाद दोनों देशों की सेनाओं के बीच गतिरोध पैदा हो गया था। चीन ने इस इलाके में सड़क का निर्माण शुरू कर दिया था और भूटान के इस इलाके पर अपना दावा जताया था। इस पर भारतीय सेना ने चीनी सेना की ओर से निर्माण पर आपत्ति जताई थी। भारत का मानना है कि यह निर्माण भारत का चिकन नेक कहे जाने वाले इस इलाके की सुरक्षा के लिए खतरा है।
चीन की ओर से इस इलाके में निर्माण रोकने के बाद दोनों देशों के बीच आपसी सहमति से यह गतिरोध 28 अगस्त को समाप्त हुआ था। जम्मू-कश्मीर से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक भारत की चीन के साथ 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक सीमा रेखा लगती है।
(साभार- नवभारत टाइम्स)