लोक भवन में सुरंग की सूचना से हड़कंप
राजधानी में मुख्यमंत्री कार्यालय के पास स्थित लोक भवन परिसर में बुधवार सुबह सुरंग की खबर से हड़कंप मच गया। परिसर में अधिकारियों का जमावड़ा लग गया। अधिकारियों ने जांच के बाद बताया कि यह एक कुआं हैं। जो काफी पहले बना होगा, जिसे बंद कर दिया गया है।
अधिकारी समेत आस-पास के लोग एकत्रित हो गए
लोक भवन परिसर के पीछे हारवेस्िटग के लिए डाले जा रहे पाइप की खुदाई के दौरान बुधवार को मजदूरों को एक सुरंग जैसा एक पांच फीट ऊंचा रास्ता दिखा, तो उन्होंने ठेकेदारों को सूचना दी। सुरंग की सूचना से अधिकारी समेत आस-पास के लोग एकत्रित हो गए।
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काफी देर तक अफरा-तफरा मची रही। आखिरकार राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियों ने उसकी जांच की और इसे पुराना कुआं कह कर मिट्टी से बंद करा दिया। लगभग 50 फीट गहरा है कुआंलोक भवन के पीछे वाले भाग में वॉटर हारवेंस्टिंग के लिए मजदूर खुदाई कर रहे थे। खुदाई करते हुए उनका फावड़ा एक ईट से टकराया, इसके बाद जैसे-जैसे वो खोदते गये एक पांच फीट का होल नजर आया। जो करीब 50 फीट गहरा था। सुरंग मिलने की अफवाह से वहां पर सैकड़ों लोग एकत्र हो गए। पूरे शहर में हैं सुरंग, कई जगह निकल भी चुकी है
औरतें सुरंग से ही सफर तय करती थी
कभी नवाबों की आरामगाह तो कभी 1857 की क्रांति की रणनीति का केंद्र रही छतर मंजिल के नीचे भी सुरंग मिल चुकी हैं। छतर मंजिल में इससे पहले खुदाई के दौरान सुरंग मिली थी। तब कहा जा रहा था कि इसके नीचे सुरंग में नाव को बांधा जाता था वहां पर बड़े बड़े कुंडे भी मिले थे। कोठी दर्शन विलास में भी सुरंग निकली थी, जिसे बंद करा दिया गया। इसके अलावा खदरा में मिठौली रेलवे स्टेशन के पास भी सुरंग निकली थी। इतिहासकार योगेश प्रवीन ने बताया कि शहर में कई जगह सुरंग है। पुराने जमाने में राजा-महाराजा, नवाबों की घरों की औरतें सुरंग से ही सफर तय करती थी।
दैनिक जागरण
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