छोटी दामिनी केस… दीपक चौरसिया, चित्रा त्रिपाठी समते 8 पत्रकारों पर आरोप तय, झूठा था बच्ची का अश्लील वीडियो
लखनऊ : सोशल मीडिया पर जी न्यूज के वरिष्ठ एंकर दीपक चौरसिया और आज तक चैनल की चित्रा त्रिपाठी समेत आठ सीनियर पत्रकारों के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट रहा है। दरअसल, पोक्सो एक्ट के मामले में फंसे दीपक चौरसिया, चित्रा त्रिपाठी, रिपब्लिक भारत के सैयद सोहेल, अजीत अंजुम, जैसे आठ पत्रकारों के विरुद्ध आरोप तय हो गया है। इन पत्रकारों ने अपने चैनल से एक 10 वर्षीय बच्ची का झूठा अश्लील वीडियो प्रसारित कर दिया था। जो जेल में बंद आसाराम बापू से संबंधित था। कोर्ट ने इन आठों पत्रकारों को आज सुनवाई के लिए बुलाया है।
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— Journalist Cafe (@journalist_cafe) May 19, 2023
क्या है ‘छोटी दामिनी’ मामला
बता दें, गुरुग्राम की एक विशेष अदालत ने पत्रकार और न्यूज एंकर दीपक चौरसिया के खिलाफ 10 साल की बच्ची (छोटी दामिनी) और उसके परिवार के कथित रूप से ‘मॉर्फ्ड, एडिटेड और अश्लील’ वीडियो प्रसारित करने के लिए वारंट भेजा था। दीपक चौरसिया पर आरोप था कि बच्ची के वीडियो को मॉडीफाई कर गलत तरीके से प्रसारित किया था। दीपक चौरसिया पर यह भी आरोप था कि चैनल के माध्यम से उन्होंने इस मामले को आसाराम के खिलाफ चल रहे यौन उत्पीड़न मामले से जोड़ने का प्रयास किया।
कोर्ट में 8 पत्रकारों पर आरोप तय
कोर्ट में यह प्रमाणित हुआ कि समाचार चैनलों पर प्रसारित वीडियो में आंशिक रूप से बच्ची, शिकायतकर्ता की पत्नी और कुछ अन्य महिलाओं के चेहरे दिखाई दे रहे हैं। कोर्ट ने इस मामले में जहां चैनल के एंकर समेत 8 पत्रकारों के खिलाफ आरोप तय किए तो वहीं एसीपी सुरेंद्र, इंस्पेक्टर जितेंद्र और इंस्पेक्टर संजय के खिलाफ जमानती वारंट भी जारी किया है। उन्हें मामले में जांच अधिकारी (आईओ) बताया जा रहा है।
2013 में दर्ज हुआ था पॉक्सो एक्ट की धारा में केस
गौरतलब है कि यह मामला दिसंबर 2013 में बच्चे के रिश्तेदार की शिकायत पर दर्ज एक प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) से संबंधित है। तीन समाचार चैनलों पर वीडियो प्रसारित करने का आरोप लगाया गया था। इस मामले में शीर्ष पत्रकारों सहित आठ लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था।
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