Chhota Rajan: बॉम्बे हाईकोर्ट ने ख़त्म की उम्रकैद की सजा, 11 साल बाद खुले में साँस लेगा अंडरवर्ल्ड का डॉन
Chhota Rajan: बॉम्बे हाईकोर्ट ने आज एक अहम मामले में सुनवाई करते हुए गैंगस्टर छोटा राजन को जमानत दे दी. 4 मई 2001 को दक्षिण मुंबई में ‘गोल्डन क्राउन’ होटल के मालिक की हत्या में दोषी ठहराया गया था. 30 मई 2024 को कोर्ट ने छोटा राजन समेत उसके साथियों को दोषी माना था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. लेकिन अब कोर्ट ने उसकी सजा खत्म कर दी है.
1 लाख के मुचलके पर जमानत…
न्यायमूर्ति रेवती मोहिते डेरे और न्यायमूर्ति पृथ्वीराज चह्वाण की खंडपीठ ने राजन को एक लाख रुपये के मुचलके पर जमानत दी है. इस साल मई में एक विशेष अदालत ने राजन को होटल व्यवसायी की हत्या के मामले में दोषी ठहराया था और उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी. राजन ने सजा के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील दाखिल की थी और सजा निलंबित करने व अंतरिम जमानत की मांग की थी.
क्या है जया शेट्टी हत्याकांड…
मध्य मुंबई के गामदेवी में ‘गोल्डन क्राउन’ होटल के मालिक जय शेट्टी की 4 मई 2001 को होटल की पहली मंजिल पर राजन गिरोह के कथित सदस्यों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. जांच में पता चला था कि शेट्टी को छोटा राजन गिरोह के एक सदस्य हेमंत पुजारी से वसूली के लिए फोन आया था, और पैसे न देने के कारण उसकी हत्या कर दी गई थी. वरिष्ठ क्राइम रिपोर्टर जे डे की हत्या के जुर्म में उम्रकैद की सजा काट रहा राजन फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में है। हालांकि, राजन अन्य आपराधिक मामलों के संबंध में अभी जेल में ही रहेगा.
जानें कौन है छोटा राजन…
मुंबई के चेंबूर के रहने वाले राजेंद्र सदाशिव को छोटा राजन का नाम दिया गया था. राजेंद्र ने स्कूल छोड़ने के बाद फिल्म टिकट ब्लैक करने का धंधा शुरू किया और धीरे-धीरे राजन नायर गैंग में शामिल हो गया. राजन नायर को बड़ा राजन और राजेंद्र को छोटा राजन कहा जाने लगा, कहा जाता है कि एक लड़की से इश्क के चलते राजन ने गैंग की शुरुआत की थी, लेकिन उस लड़की ने गैंग के दूसरे आदमी से शादी कर ली. इसके बाद राजन और उस आदमी की दोस्ती दुश्मनी में बदल गई, और अंततः उस आदमी ने राजन की हत्या कर दी.
दाऊद इब्राहिम के साथ छोटा राजन का काम…
कहा जाता है कि बड़े राजन की हत्या के बाद छोटा राजन मुंबई में दाऊद इब्राहिम के संपर्क में आया और उसके साथ काम किया. लंबे समय तक उसने मुंबई में अंडरवर्ल्ड सिंडिकेट को संभाला. इसके बाद दाऊद ने उसे अपने गैंग में शामिल कर लिया, और उसने पूरे मुंबई में दाऊद के नाम की दहशत फैला दी.