मध्य प्रदेश के इंदौर की डांसिंग गर्ल का चौराहे पर डेयर एक्ट के करने का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब ऐसा ही एक वीडियो छतरपुर से सामने आया है। इस वीडियो में एक युवती मंदिर के गेट के सामने डांस करती हुई नजर आ रही है।
वहीं वीडियो वायरल होने के बाद बवाल मचा हुआ। हिंदू संगठनों ने इसका जमकर विरोध कर रही है, और युवती के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी की है। वहीं बजरंग दल का कहना है कि हिंदू संस्कृति को बदनाम करने वाले लोगों को समाज में रहने का अधिकार नहीं है।
छतरपुर के मंदिर में यह महिला इस तरह का फूहड़पन, अश्लीलता कर रही है, लेकिन #DanceVideo पर आपत्ति उठाने वालों के बारे में मीडिया कहेगा कि हिन्दूवादी संगठनों का हंगामा। @ChouhanShivraj @drnarottammisra कड़ी कार्रवाई कीजिए। उदाहरण बने। इस प्रसिद्धि का परिणाम ठीक से मिले pic.twitter.com/tZJs3RCLlT
— हर्ष वर्धन त्रिपाठी
Harsh Vardhan Tripathi (@MediaHarshVT) September 26, 2021
बता दें कि यह वीडियो छतरपुर के जनराय टोरिया मंदिर का है। इस वीडियो को छतरपुर की ही रहने वाली युवती आरती साहू ने शूट किया है, जिसमें वह सैफ अली खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘कॉकटेल’ के गाने सेकंड हैंड जवानी पर डांस करते हुई दिखाई दे रही है।
इस वीडियो को उसने अपने इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया जिसके बाद ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अब इस वीडियो को लेकर बवाल मचा हुआ। हालांकि बवाल को बढ़ता देख इस वीडियो को इंस्टाग्राम से डिलिट कर दिया गया।
युवती के यूट्यूब पर उसके 25 लाख फॉलोवर्स-
बता दें कि आरती काफी समय से जंगल, पहाड़ों व मैदानों में वीडियो शूट करके अपने यूट्यूब और इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर करती रहती हैं। आरती साहू के इंस्टाग्राम पर उसके 25 लाख फालोअर्स भी हैं।
वहीं इस बार उसने डांस वीडियो मंदिर के गेट पर शूट किया है, इसी बात को लेकर बजरंग दल समेत कई संगठन विरोध कर रहे हैं। कई संगठन इसे लेकर इंटरनेट मीडिया पर आपत्ति दर्ज करा रहे हैं। हिन्दू संगठनों का कहना है कि चंद रुपयों और सस्ती लोकप्रियता के लिए ये हरकत की गई है।
हालांकि, मंदिर में चप्पल पहन कर डांस करती दिख रहीं युवती आरती साहू का कहना है कि वीडियो में जरा भी फूहड़ता नहीं है। उन्होंने कहा कि वो सभ्यता से पूरी ड्रेस में थीं और उन्होंने जो भी किया, उसमें कुछ भी अश्लील नहीं है।
तूल पकड़ता जा रहा है मामला-
वहीं बजरंग दल के विभाग सह संयोजक सौरभ खरे का कहना है कि आरती जैसी लड़कियां समाज को गंदा कर रही हैं। हिंदू संस्कृति को बदनाम करने वाले ऐसे लोगों को समाज में रहने का अधिकार नहीं है। हमारा संगठन ऐसे लोगों का कड़ा विरोध करता है।
इस मामले में जनराय टोरिया मंदिर के महंत भगवानदास का कहना है कि वे अभी सागर स्थित मंदिर में हैं, उन्हें मंदिर के गेट पर डांस वीडियो शूट करके उसे वायरल करने की जानकारी नहीं है, लेकिन वीडियो बना है तो यह गलत है। मैं इसका विरोध करता हूं, धार्मिक स्थलों पर इस तरह के डांस करके अपनी इच्छा पूरी करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। मठ, मंदिर और आश्रम को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए।
बहरहाल ये मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है और हिंदूवादी संगठनों ने इसके खिलाफ मुहिम चला रखी है, जो लगातार तेज होती जा रही है।
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